Manoharpur(Ajay Singh) : राज्य में मानसून के दस्तक देने के बावजूद समय पर बारिश नहीं हो रही
है. इसके कारण प्रखंड भर में कृषि कार्य प्रभावित हो रहें
है. जिससे
सुखाड़ पड़ने की आशंका प्रबल हो गई
है. मानसून आते ही खेतों की जोताई के बाद धान की बुआई का कार्य शुरू हो गया
था. बारिश नहीं होने से किसानों की मुसीबत बढ़ गई
है. खेतों में धान के
बिचड़ें उगने
लगें थे. किंतु बारिश के अभाव में खेतों में धान के
बिचड़ें अब सूखने के कगार पर
है. खेतों में धान के
बिचड़ों की रोपनी के लिए कृषि भूमि तैयार
है. किंतु उन खेतों में पर्याप्त पानी नहीं होने से संकट गहराता जा रहा
है. इससे किसानों की मेहनत बेकार जा रही
है. इससे किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा
है. क्षेत्र में सिंचाई की समुचित सुविधा उपलब्ध नहीं होने से अधिकतर किसान बारिश पर निर्भर
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निचले क्षेत्रों के खेतों में भी जुताई व बुआई के बावजूद धान के
बिचडे़ं पीले
पड़ने लगे
है. कृषि ऋण लेकर धान की खेती कर रहे किसानों की स्थिति
काफ़ी दयनीय हो गई
है. किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच गई
है. समय पर बारिश नहीं होने से किसानों को सूखाग्रस्त
पड़ने का भय सता रहा
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