- CBI ने अधिकारी व कर्मी को रंगे हाथ घूस लेते किया गिरफ्तार
Saurav Singh
Ranchi : कोयला खनन से जुड़ी सीसीएल, बीसीसीएल और ईसीएल में एक के बाद एक भ्रष्टाचार से जुड़े मामले सामने आ रहे हैं. मामला चाहे कोयला उठाव के नाम पर वसूली का हो या फिर 83.63 करोड़ के कोयला घोटाला का हो. इसके अलावा सीसीएल, बीसीसीएल और ईसीएल में कार्यरत अधिकारी और कर्मी द्वारा समय-समय पर घूस लेते हुए सीबीआई द्वारा पकड़े जाने की बात सामने आती रही है.
बिना पैसा दिये नहीं होता कोई काम
बीते आठ माह में सीबीआई ने 11 अधिकारियों और कर्मियों को रंगेहाथ घूस लेते दबोचा है.
19 मार्च 2024 : सीबीआई की टीम में आम्रपाली और मगध कोल परियोजना में कार्रवाई करते हुए आम्रपाली के कैंटीन मैनेजर अशोक राम और जेई रामभज्जू को ठेकेदार से रंगे हाथ घूस लेते गिरफतार किया था.
03 अप्रैल 2024: सीबीआई की टीम ने चतरा की सीसीएल आम्रपाली परियोजना के डिस्पैच अधिकारी समेत दो को 50 हजार रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था. इसके पास से दस्तावेज भी बरामद किये गये हैं. डिस्पैच अधिकारी ने कोयला उठाने की अनुमति देने के लिए घूस की मांग की थी.
20 मई 2024 : सीबीआई ने ईसीएल के तीन अधिकारियों को गोड्डा से गिरफ्तार किया था. तीनों अधिकारी मुआवजा भुगतान करने के बदले 25-25 हजार रिश्वत लेते पकड़े गये थे.
01 अगस्त 2024 : बीसीसीएल धनबाद के पुटकी कोलियरी में कार्यरत इंजीनियर प्रवीण कुमार को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था. उसने प्रमोशन और तबादला के बदले घूस की मांग की थी.
28 सितंबर 2024 : धनबाद में सीबीआई ने 20 हजार घूस लेते श्यामपुर बी कोलियरी के मैनेजर व क्लर्क को गिरफ्तार किया था.
07 अक्टूबर 2024 : सीबीआई ने बोकारो के कथारा वाशरी के क्लर्क को घूस लेते पकड़ा था.
आम्रपाली कोल परियोजना में कोयला उठाव के नाम पर प्रति टन आठ रुपये की वसूली का मामला आया था सामने
चतरा के आम्रपाली कोल परियोजना में कोयला उठाव के नाम पर प्रति टन आठ रुपये की वसूली होती थी. पैसा दिये बिना कोई भी डीओ होल्डर कोयला का उठाव नहीं कर सकता था. इसकी शिकायत मिलने पर बीते चार अप्रैल 2024 को आम्रपाली परियोजना में सीबीआई ने छापेमारी की थी. सीबीआई ने डिस्पैच अधिकारी सुधांशु कुमार शर्मा व क्लर्क जीतेन गंझू को 50 हजार रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था.
83.63 करोड़ के कोयला घोटाला मामले में ईडी ने दर्ज किया केस
सीसीएल की आम्रपाली परियोजना में 83.63 करोड़ रुपये के कोयला घोटाला मामले में ईडी ने मामला दर्ज किया है. ईडी ने यह केस रांची के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) में 17 अगस्त 2021 को दर्ज प्राथमिकी व अनुसंधान में आये तथ्यों के आधार पर दर्ज की है. सीबीआई को सूचना मिली थी कि मेजरमेंट बुक में छेड़छाड़ कर कोयला गायब करवाया जा रहा है. इसके बाद सीबीआई रांची व सीसीएल की जांच टीम ने औचक निरीक्षण किया था. इस दौरान चतरा के मगध आम्रपाली एरिया स्थित आम्रपाली परियोजना के कोयला स्टॉक से आठ लाख 75 हजार 774 मिट्रिक टन कोयला गायब मिला था.