Ranchi: कोरोना की दूसरी लहर में कमोवेश हर राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने स्तर पर मदद पहुंचा रही हैं. चाहे व सत्ता में हो या विपक्ष. जो भी नेता महामारी के इस दौर में घर से बाहर निकलने में असमर्थ हैं, वे सोशल मीडिया पर संक्रमितों को मदद पहुंचाने के लिए सक्रिय दिख रहे हैं. प्रदेश कांग्रेस में भी ऐसे नेता व विधायकों की कमी नहीं है, जो सोशल मीडिया पर अपने कर्तव्य को बखूबी निभा रहे हैं. हालांकि इसमें से भी कुछ विधायक ऐसे हैं, जिन्होंने खुद को जनप्रतिनिधि होने की बात को साबित किया है.
खाद्य आपूर्ति मंत्री होने के नाते डॉ उरांव का रोल अहम
वर्तमान में डॉ रामेश्वर उरांव राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री हैं. पार्टी के कुल 18 विधायक हैं. इसमें चार तो कैबिनेट मंत्री हैं. मंत्रियों में डॉ रामेश्वर उरांव खाद्य आपूर्ति मंत्री है, ऐसे में उनकी भूमिका इस संकट के दौर में अहम है. इस भूमिका को वे निभा भी रहे हैं. पार्टी कार्यालय में कंट्रोल रूम खोलकर आम लोगों को राहत पहुंचायी जा रही है. विभागीय अधिकारियों को दाल-भात केंद्र, दीदी किचन योजना का सही तरीके से संचालक का निर्देश दिया है. अन्य मंत्री भी अपने-अपने क्षेत्र में सक्रिय हैं.
जानिये, जनप्रतिनिधि का सही अर्थ समझाने वाले विधायकों को
• कोरोना संकट में लोगों को मदद पहुंचाने में जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी काफी आगे है.हज कमेटी के अध्यक्ष विधायक इरफान अंसारी की पहल पर रांची में स्थित हज हाउस में 250 बेड का कोविड-19 सेंटर बनेगा. डॉ इरफान अंसारी ने केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को पत्र लिख कर खाली पड़े हज हाउस में कोविड-19 सेंटर खोलकर संक्रमित मरीजों का इलाज करने की मांग की थी. जिसपर केंद्र ने राज्य सरकार को निर्देश दिया है.
इसके अलावा कांग्रेस विधायक ने कोरोना से लड़ाई के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में अपने तीन माह का वेतन और विधायक निधि से 25 लाख रुपये की मदद भी दी है.
• विधायक बंधु तिर्की ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर रांची में स्थित सभी प्रखंडों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ऑक्सीजन युक्त 10-10 बेड उपलब्ध कराने की मांग की है.
विधायक ने कहा, सरकार के हरसंभव प्रयास के बावजूद संक्रमित मरीजों को बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए देश भर के प्रवासी मजदूर वापस लौट रहे हैं, जिससे संक्रमण का खतरा काफी बढ़ा है. ऐसे में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ऑक्सीजन युक्त 10-10 बेड लगाने की दिशा में त्वरित गति से काम होनी चाहिए, ताकि रांची के अस्पतालों पर बोझ कम करने में मदद मिल सके.
• बड़कागांव की विधायक अंबा प्रसाद इस संकट में लोगों को मदद पहुंचा रही हैं. विधायक ने अपने अंबा फाउंडेशन के तहत एक हेल्पलाइन नंबर 9835481605 जारी किया है. इससे अबतक करीब 500 लोगों तक मदद पहुंचाई गयी है. वीडियो कॉलिंग, दूरभाष के माध्यम से सहायता एवं परामर्श लगातार पहुंचाया जा रहा है.
इसके अलावा अंबा ने अपने विधायक कोष से कोरोना पीड़ित मरीजों की जीवन रक्षा के लिए आवश्यक उपकरणों यथा वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर/कंसट्रेटर और 4 एंबुलेंस तत्काल खरीदने की भी अनुशंसा की है.
• सिमडेगा के विधायक भूषण बाड़ा ने इस महामारी में अपना और अपने विधानसभा क्षेत्र के सभी प्रखंड अध्यक्षों का फोन नंबर सार्वजनिक कर दिया है. विधायक ने कहा है कि ऐसा कर वे घर बैठे लोगों की समस्याओं को काफी हद तक दूर कर रहे हैं.
• खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने अपने विधायक निधि से ऑक्सीजन सिलेंडर की क्रय हेतु 15 लाख रुपये की अनुशंसा की है. इसके लिए उन्होंने बीते 20 अप्रैल को रांची डीडीसी को पत्र भी लिखा है.
इन चारों के अलावा ऐसा नहीं है कि कांग्रेसी विधायक मदद नहीं पहुंचा रहे हैं. कमोवेश सभी अपने-अपने स्तर पर क्षेत्र पर लोगों को मदद पहुंचाने में सक्रिय हैं.