: एसपी अमरजीत बलिहार की हत्या में शामिल 10 लाख ईनामी नक्सली सुधीर किस्कू गिरफ्तार, एक एके-47 बरामद
अपने जूनियर्स को सिखाने का मौका मिलता है - पूर्व महाधिवक्ता
वर्ष 2010 में वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में चुने गए झारखंड के पूर्व महाधिवक्ता आरएस मजूमदार की कहना है कि, वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में चयन होना एक वकील को काफी ज्यादा जवाबदेह बना देता है. साथ ही उन्होंने कहा कि जुडिशियल डिसिप्लीन मेंटेन करने के साथ-साथ वरिष्ठ अधिवक्ताओं को वकालतनामा साइन नहीं करना होता है, और ना ही क्लाइंट से खुद डील करना होता है. उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिवक्ता बनने के बाद अपने जूनियर वकीलों को मार्गदर्शन करनो का एक मौका भी मिलता है.मुवक्किलों के प्रति भी वरीय अधिवक्ता हो जाते हैं जिम्मेवार - पूर्व महाधिवक्ता
वर्ष 2017 में डेजिग्नेटेड सीनियर चुने गये झारखंड हाइकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता और राज्य के पूर्व महाधिवक्ता अजीत कुमार कहते हैं कि जब किसी अधिवक्ता का चयन आम सहमति से वरीय अधिवक्ता के रूप में होता है, तो उन्हें एक अलग पहचान मिलती है. साथ ही कहा कि मान-सम्मान मिलता है और उनकी जिम्मेदारी भी काफी बढ़ जाती है.कहा कि न सिर्फ न्यायालय और वकीलों के प्रति बल्कि मुवक्किलों के प्रति भी वरीय अधिवक्ता काफी जिम्मेदार और जवाबदेह हो जाते हैं. इसे भी पढ़ें -पाकुड़:">https://lagatar.in/pakur-forest-officer-revealed-case-of-illegal-stone-quarrying-fir-lodged-against-accused/12837/">पाकुड़:वन क्षेत्र पदाधिकारी ने अवैध पत्थर उत्तखनन का मामला उजागर किया, आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज