में बड़े पैमाने पर बीडीओ-सीओ समेत कई पदाधिकारियों का तबादला, यहां देखें पूरी लिस्ट
alt="" width="600" height="400" />
स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए डीएमएफटी फंड वरदान साबित हो रहा
वहीं 47 स्वास्थ्य केंद्रों में आवश्यक निर्माण कार्य, चिकित्सकीय उपकरणों की आपूर्ति और चिकित्सकों की भर्ती की गई है. अर्ली चाइल्ड केयर के तहत 387 के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडलीकृत किया गया है ताकि बच्चों में बेहतर मानसिक और शारीरिक विकास हो सके. जिले में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए 20 केज कल्चर स्थापित किया गया है. पारंपरिक उद्योग को बढ़ावा देने के लिए चुरचू प्रखंड के कजरी गांव में मारसल बुनकर सहयोग समिति को भी सहायता दी गई है. जिले में 110 योजनाओं को स्वीकृति दी गई है. इनमें सड़क, पुल-पुलिया आदि का निर्माण किया गया है. हजारीबाग में स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए डीएमएफटी फंड वरदान साबित हो रहा है. वर्तमान में 52 स्वस्थ्यकर्मी बहाल किए गए हैं. इनमें 11 विशेषज्ञ, 11 मेडिकल ऑफिसर, आठ स्वास्थ्य प्रबंधक, पांच डेंटिस्ट, पांच लैब टेक्नीनिशय और 12 एएनएम शामिल हैं. भविष्य में 225 स्वास्थ्यकर्मियों की बहाली का लक्ष्य है, जिसमें डॉक्टर भी शामिल रहेंगे. जिला प्रशासन मेडिकल कॉलेज के अलावा सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी इन डॉक्टरों को बहाल करेगी ताकि सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में भी अंतिम पायदान के लोगों को चिकित्सकीय सुविधा मिल सके.alt="" width="600" height="360" />
जिले के 81 प्राथमिक विद्यालयों में साधन-संसाधन की कमी नहीं
शिक्षा के क्षेत्र में भी डीएमएफटी फंड का उपयोग किया जा रहा है. 81 प्राथमिक विद्यालयों में प्रयोगशाला, पुस्तक, कुर्सी-बेंच, टेबल, खेल सामग्रियां उपलब्ध कराई गई हैं. साथ ही जरूरतमंद स्कूलों में चहारदीवारी भी कराई गई है. 65 उच्च विद्यालयों में आवश्यकतानुसार नए वर्गकक्ष, शौचालय और लैब बनाए गए हैं. लैब में रसायन, भौतिकी और जीव विज्ञान के प्रयोग कराए जाते हैं. इसे भी पढ़ें :140">https://lagatar.in/140-crore-honorarium-scam-cbi-seals-former-directors-flat-in-dhanbad/">140करोड़ का मानदेय घोटाला : सीबीआई ने धनबाद में पूर्व निदेशक का फ्लैट किया सील
alt="" width="600" height="300" />
436 मॉडल आंगनबाड़ी केंद्रों को बनाने की मंजूरी
436 मॉडल आंगनबाड़ी केंद्रों को बनाने की मंजूरी भी मिल चुकी है. इसमें भी डीएमएफटी फंड का उपयोग किया जाएगा. हजारीबाग की उपायुक्त नैंसी सहाय ने आंगनबाड़ी केंद्रों के मॉडलीकरण कार्यों को भी गुणवत्ता के साथ तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया है.alt="" width="600" height="340" />
डीएमएफटी फंड के जरिए जिले के विकास कार्यों में दी जा रही गति : उपायुक्त
हजारीबाग की उपायुक्त नैंसी सहाय ने कहा कि स्कूल अपग्रेडेशन, अस्पताल, प्राइमरी और कलस्टर हेल्थ सेंटर और स्किल सेक्टर के तहत केज कल्चर में काम चल रहा है. इसके अलावा आंगनबाड़ी केंद्र बनाए जा रहे हैं. जिले में विकास कार्यों में डीएमएफटी फंड के जरिए गति दी जा रही है. प्रत्येक वर्ष डीएमएफटी फंड से 100 करोड़ रुपए मिल रहे हैं. एक साल में जिले में 195 करोड़ रुपए विभिन्न विकास योजनाओं में खर्च किए गए हैं. वर्तमान में भी 200 करोड़ रुपए फंड में हैं. वार्षिक प्लान बना जनप्रतिनिधियों से फीडबैक लेकर इस राशि को खर्च किया जाएगा ताकि फंड का बेहतर सदुपयोग किया जा सके.alt="" width="600" height="320" /> [wpse_comments_template]
Leave a Comment