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RMC में नक्शा का खेल : भूइंहरी जमीन पर किया आलम हॉस्पिटल का नक्शा पास, जबाब देने से बच रहे अफसर

Pravin Kumar Ranchi :  रांची नगर निगम ने बिल्डिंग बायलॉज के विरुद्ध जाकर नक्शा पास कर किया है. नक्शा पास करने के इस खेल में कई चौंकाने वाले तथ्य भी समाने आये हैं. आलम अस्पताल का नक्शा पास जिस दिन किया गया, उसके एक दिन बाद नगर विकास विभाग का एक पत्र भी निगम को प्राप्त हुआ. जिसमें विभाग ने बिल्डिंग बायलॉज के अनुसार ही नक्शा पास करने के लिए कहा है. दरअसल, निगम ने विभाग को पत्र लिख कर भूइंहरी जमीन पर भवन निर्माण करने का नक्शा पास करने का प्रस्ताव दिया था. नगर आयुक्त ने इस बारे में कहा कि यह मामला उनके कार्यकाल का नहीं है. वह पूरे मामले की जानकारी टाउन प्लानर से मांगी है. जल्द ही कार्रवाई होगी.   मंतव्य प्राप्त होने से ठीक एक दिन पहले आलम अस्पताल का नक्शा पास होने की घटना को भी संदेह की नजर से देखा जा रहा है. संदेह यह व्यक्त किया जा रहा है कि नगर विकास विभाग का जवाब की जानकारी मिलने के बाद आनन-फानन में नक्शा पास कर दिया गया. ताकि यह कहा जा सके कि जवाब प्राप्त होने से पहले नक्शा पास हुआ. जानकारी के मुताबिक जिस भूइंहरी जमीन पर निगम ने बिल्डिंग बायलॉज के विरूद्ध जाकर नक्शा पास किया है, वह बरियातू रोड में स्थित है. उस पर आलम हॉस्पिटल बन रहा है. इस भूमि का खाता नंबर 172, प्लॉट नंबर 181 है. इस भूमि पर निगम ने 886.15 स्क्वायर मीटर का नक्शा 14 जुलाई, शाम 7 बजकर 35 मिनट में पास किया है. https://lagatar.in/wp-content/uploads/2021/12/11-28.jpg"

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वर्ष 2020 में निगम ने क्या कहा था

ज्ञात हो कि रांची नगर निगम के तत्कालीन नगर आयुक्त ने 22 जुलाई 2020 को एक प्रेस बयान जारी कर ने स्पष्ट किया था कि उनके कार्यकाल में प्रावधान अनुकूल नहीं मानते हुए किसी भी भूइंहरी भूमि पर नक्शे की स्वीकृति नहीं दी गई है. आवेदकों द्वारा प्राप्त आपत्ति पर बिल्डिंग बायलॉज के प्रावधानों पर विभाग से स्पष्ट मार्गदर्शन मांगा गया है. रांची नगर निगम के द्वारा नगर विकास एवं आवास विभाग से मांगे गये मार्गदर्शन आने के एक दिन पूर्व ही भूइंहरी भूमि आलम हॉस्पिटल के निर्माण का नक्शा पास कर दिया गया. https://lagatar.in/wp-content/uploads/2021/12/rmc1-600x570.jpg"

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नक्शा पास करने के लिए बिल्डिंग बायलॉज के अनुसार क्या दस्तावेज है जरूरी

  • वर्ष 2016 के बिल्डिंग बायलॉज में नक्शा पास करने के लिए जिन आवश्यक दस्तावेजों की जरूरत होती है, उनमें संबंधित जमीन का खतियान, डीड, लगान रसीद एवं भूमि पंजी-टू में दर्ज होना आवश्यक हैं.
  • भूइंहरी जमीन की लगान रशीद सरकार के द्वारा निर्गत नहीं किया जाता है. ऐसे में उक्त भूमि पर नक्शा पास करना संभव ही नहीं है.
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भूइंहरी जमीन पर नक्शा पास होने पर उठ रहे दो सवाल

  • रांची निगम क्षेत्र में भूइंहरी जमीन पर भवनों को लाभ पहुंचाने की कवायद तो शुरू नहीं की जा रही है?
  • भूइंहरी जमीन की खरीद-ब्रिकी नहीं हो सकती, ऐसे में भूइंहरी जमीन पर बनी बहुमंजिली इमारतों की खरीद-बिक्री के मकसद से तो यह काम नहीं किया गया है?

रांची नगर निगम के अधिकारियों का जवाब

लगातार न्यूज ने इस मामले में उप नगर आयुक्त रजनीश से जानकारी मांगी. उन्होंने कहा कि बिल्डिंग बायलॉज के अनुरूप ही नक्शा पास किया जाता है. भूइंहरी जमीन पर नक्शा कैसे पास हो गया, इस संबंध में विधि शाखा ही जनकारी दे पायेगी. रांची नगर निगम की विधि शाखा के अधिकारी अरुण से पूछने पर उन्होंने कहा कि नक्शा का कस्टोडियन टाउन प्लानर होते हैं. आप टाउन प्लानर से ही पूछ लीजिए कि कैसे भूइंहरी जमीन पर नक्शा पास हुआ. जब हमने टाउन प्लानर अरुण कुमार से इस बारे में पूछा, तो  उन्होंने कहा कि आलम हॉस्पिटल का नक्शा मेरे पदभार ग्रहण करने के पूर्व से अप्रूव था. मेरे द्वारा तो सिर्फ डिजिटल सिग्नेचर किया गया है. इस बारे में पूछे जाने पर नगर निगम आयुक्त मुकेश कुमार ने बताया कि यह नक्शा बहुत पहले ही पास कर दिया गया था. मेरे कार्यकाल से पहले. हाल में नक्शा को ईश्यू किया गया है. हमने इस बारे में संबंधित अधिकारी से जानकारी मांगी है कि लंबे समय बाद नक्शा ईश्यू क्यों किया गया. ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके.  इसे भी पढ़ें –  ठंड">https://lagatar.in/the-family-slept-with-a-bonfire-in-the-room-to-escape-the-cold-three-died-of-suffocation/">ठंड

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