बंगाल को धार्मिक ध्रुवीकरण से बचाने के लिए भाजपा-टीएमसी के खिलाफ वाम मोरचा,कांग्रेस मिलकर लड़ेंगे : बिमान बोस
ई-रिक्शा (टोटो) से निकली बारातें, संपन्न हुई रस्में
ये गाड़ियां बिजली ऑफिस, रणधीर वर्मा चौक और महिला कॉलेज होते हुए कला भवन के सामने से विवाह स्थल से भ्रमण करते हुए गोल्फ ग्राउंड पहुंची. शहर की सड़कों पर 15 ई-रिक्शा में सवार दूल्हों की अद्भुत बारात यात्रा के दौरान परिजन खुशी से नाचते झूमते देखे गये. इसके बाद समधी-मिलन की रस्म हुई. एक ही मंच पर सभी जोड़ियों ने वरमाला की रस्म संपन्न किया. इसके बाद विवाह का कार्य प्रारंभ किया गया. इसे भी पढ़ें: झारखंड">https://lagatar.in/csbrahmins-of-jharkhand-need-to-come-on-one-platform-sujit-upadhyay/18666/">झारखंडके ब्राह्मणों को एक मंच पर आने की जरूरत- सुजीत उपाध्याय
alt="" width="600" height="400" /> सर्वधर्म सामूहिक विवाह समिति के अध्यक्ष प्रदीप सिंह ने बताया कि यह सर्वधर्म विवाह का सातवां साल है. समिति द्वारा अभी तक 436 जोड़ियों की शादी करायी जा चुकी है. इस साल कोविड-19 को देखने हुए सिर्फ 15 जोड़े की शादी करवायी गयी. सर्वधर्म सामूहिक विवाह की ओर से उन्हीं लोगों का शादी करायी जा रही है जो लोग दहेज प्रथा के खिलाफ हैं.