Jamtara : मजदूर संगठनों के आह्वान पर हड़ताल के पहले दिन 28 मार्च को जिले में बैंक, पोस्ट ऑफिस और बीमा कंपनी के दफ्तर बंद रहे. हड़ताल के कारण कामकाज पूरी तरह कार्यालयों में पूरी तरह ठप रहा. हड़ताल का आह्वान बैंक समेत अन्य वित्तीय संस्थाओं के निजीकरण के विरोध में किया गया था. कई बैंक के सामने कर्मियों ने प्रदर्शन भी किए.
वहीं झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ ने भी हड़ताल का समर्थन किया. महासंघ के अध्यक्ष अशोक चौधरी के नेतृत्व में राज्य सराकर के कई विभागों के कर्मियों ने समाहरणालय के बाहर पुरानी पेंशन योजना बहाल करने समेत 15 सूत्री मांगों के समर्थन में धरना-प्रदर्शन किया.
सीपीआईएम की स्थानीय कमेटी ने हड़ताल का समर्थन करते हुए मड़ालो-चित्तरंजन पुल पर प्रदर्शन किया. पार्टी ने चारों लेबर कोड वापस लेने, ठेका प्रथा-निजीकरण पर रोक लगाने, आंगनबाड़ी सेविकाओं को सरकारी कर्मी का दर्जा देने, किसान आंदोलन के दौरान शहीद किसान के परिवार को मुआवजा देने, पेट्रोलियम उत्पादों से दाम घटाने, लखीमपुर खीरी के किसानों के हत्यारे को सजा देने, महंगाई पर रोक लगाने की मांग की. मौके पर गोपी दास, नीलू हेंब्रम और मनसु कोल, विनोद मिर्धा, राजू हेंब्रम, मनोज मिर्धा, दिलीप हेंब्रम, आनंद हेंब्रम, तापस मंडल, संजय कोल, रेवती हेंब्रम, निशा हेंब्रम, सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे.
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