इस आयोजन में झारखंड, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के सामुदायिक संगठनों द्वारा प्रस्तुत गीतों का लोकार्पण होगा. श्रुति ने इन गीतों का रिकॉर्डेड संकलन तैयार किया है, जो इस आयोजन का मुख्य आकर्षण होगा. इसके साथ ही लोक-नृत्य, नाटकों और आदिवासी व्यंजनों का आनंद भी लिया जायेगा.
कार्यक्रम सुबह 11 बजे से रात 8 बजे तक चलेगा, जिसमें झारखंड, ओडिशा और छत्तीसगढ़ तीनों राज्यों के जन आंदोलनों का प्रदर्शन और पोस्टर्स की प्रदर्शनी भी लगाई जायेगी. विशेष रूप से नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज और चांडिल बांध के खिलाफ चल रहे आंदोलनों की जानकारी प्रस्तुत की जायेगी. श्रुति ने संस्कृति प्रेमियों से इस समागम में भाग लेने की अपील की है.
बता दें कि सामाजिक संस्था श्रुति पिछले 40 वर्षों से जमीनी स्तर पर सामुदायिक और जन संगठनों के साथ काम कर रही है. ये संगठन समाज के वंचित लोगों की आवाज को सशक्त बनाते हैं और उनके अधिकारों की रक्षा करते हैं.
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