तीन वर्षीय स्नातक डिग्रीधारी के अलावा पीजी की डिग्री लेनेवाले स्टूडेंट्स भी योग्य होंगे
इससे पहले अब तक जितनी भी नियुक्तियां हुई हैं, वह 2015 में बनायी गयी नियुक्ति नियमावली से होती रही हैं. संशोधित नियमावली में किये गये अहम बदलाव में एक बदलाव यह है कि तीन वर्षीय स्नातक डिग्रीधारी के अलावा पीजी की डिग्री लेनेवाले स्टूडेंट्स भी योग्य होंगे. नियमावली की अधिसूचना के मुताबिक माध्यमिक स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए माध्यमिक स्तर तक जिन विषयों की पढ़ाई होती है, उन विषयों को लेकर 3 साल की स्नातक की डिग्री होना जरूरी है. इसके अलावा संबंधित विषय में पीजी की डिग्री के साथ बीएड किये हुए उम्मीदवार भी नियुक्ति के लिए योग्य माने जायेंगे.कंप्यूटर संचालन की सामान्य जानकारी भी होनी चाहिए
नई नियमावली में उम्मीदवार की श्रेणी के अनुसार अंकों का प्रतिशत निर्धारित किया गया है. वैसे उम्मीदवार जिन्होंने 3 वर्षीय बीएड- एमएड का कोर्स किया हो और संबंधित विषय में 55 फ़ीसदी अंक के साथ पीजी की डिग्री ली हो वह भी आवेदन करने के योग्य होंगे. आवेदन करने की योग्यता रखनेवाले उम्मीदवारों के पास कंप्यूटर संचालन की सामान्य जानकारी भी होनी चाहिए.50 फीसदी अंक परीक्षा में अनिवार्य
नियुक्ति के लिए जो परीक्षा ली जायेगी, उस परीक्षा के पेपर एक और पेपर दो में प्राप्त अंक के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार की जायेगी. उम्मीदवार को दोनों पेपर मिला कर 50 फीसदी अंक लाने होंगे. चयन परीक्षा में वस्तुनिष्ठ एवं बहुविकल्पी प्रश्न पूछे जायेंगे. चयन परीक्षा से संबंधित सिलेबस बाद में जारी किया जायेगा. नियमावली की अधिसूचना में कहा गया है कि इसी मेरिट लिस्ट के आधार पर प्रधानाध्यापक के पद पर सीधी नियुक्ति भी की जायेगी. इसे भी पढ़ें - मणिपुर">https://lagatar.in/bomb-blast-in-manipur-ahead-of-pm-modis-rally/">मणिपुरमें पीएम मोदी की रैली के पहले बम धमाका wpse_comments_template

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