Search

भारतीय अप्रवासियों को डिपोर्ट किये जाने का मामला, विदेश मंत्रालय ने कहा, हमने ट्रंप सरकार से चिंता साझा की है

NewDelhi : अमेरिका अवैध तरीके से अपने देश में रह रहे लोगों को लगातार डिपोर्ट कर रहा है. इस क्रम में अप्रवासी भारतीय लोगों का निर्वासन भी जारी है. सेना के विमान में हथकडियों-बेड़ियों में जकड़ कर भारतीयों के भेजा जा रहा है. विपक्ष इस मामले में मोदी सरकार पर हमलावर है. इससे संबंधित विदेश मंत्रालय का वक्तव्य सामने आया है. कहा है कि अमेरिका की ओर से अप्रवासी भारतीयों को डिपोर्ट किये जाने को लेकर 15-16 फरवरी को हमने अपनी चिंता ट्रंप सरकार के साथ साझा की थी.

अमेरिका से भेजे जाने वालों को मानवीय तरीके से लाया जाये

हमने कहा था कि अमेरिका से जिन लोगों को भेजा जा रहा है उनको मानवीय तरीके से लाया जाये. उनकी धार्मिक संवेदनशील का ध्यान रखा जाये. कहा कि 15-16 फरवरी को जो विमान अमृतसर पहुंचा, उसमें औरतों और बच्चों को बेड़ियां नहीं लगी हुई थीं. इस बीच पनामा से कुछ चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आयी हैं। इन तस्वीरों में अमेरिका से निर्वासित किये गये कुछ भारतीय एक होटल की खिड़की से मदद की गुहार लगाते नजर आ रहे हैं. इस तस्वीर के सामने आने के बाद लोगों ने अमेरिकी सरकार से नाराजगी जताई है.

अमेरिका से निकाले गये भारतीय पनामा में सुरक्षित :  भारतीय दूतावास

इस संबंध में भारतीय दूतावास ने कहा कि पनामा के अधिकारियों ने हमें जानकारी दी है कि कुछ भारतीय अमेरिका से पनामा पहुंचे हैं. वे सुरक्षित हैं और एक होटल में ठहरे हैं. वहां सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध हैं. कहा कि दूतावास की टीम ने उनसे मिलने की अनुमति ले ली है. हम उनकी देखभाल के लिए स्थानीय सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.

अमेरिकी गतिविधियों और फंडिंग के संबंध में जांच शुरू

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने रहा, हमने कुछ अमेरिकी गतिविधियों और फंडिंग के संबंध में अमेरिकी प्रशासन द्वारा दी गयी जानकारी देखी है. यह स्पष्ट रूप से बहुत गहराई से परेशान करने वाले हैं. इससे भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप की चिंता पैदा हो गयी है. कहा कि संबंधित विभाग और एजेंसियां ​​इस मामले को देख रही हैं. सरकार ने कहा है कि इसे लेकर जांच शुरू कर दी  गयी है. इस स्तर पर सार्वजनिक टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी, इसलिए संबंधित अधिकारी इस पर गौर कर रहे हैं. हमें  उम्मीद है कि हम बाद में इस पर अपडेट दे सकते हैं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उस टिप्पणी पर कहा कि मोदी सरकार को नही, किसी और को निर्वाचित कराने के लिए यूएसएआईडी ने भारत को 21 मिलियन डॉलर दिये हैं,

रणधीर जयसवाल ने केआईआईटी विश्वविद्यालय में नेपाली छात्रा की मौत पर  दुख जताया

रणधीर जयसवाल ने कहा कि भुवनेश्वर में केआईआईटी विश्वविद्यालय में एक नेपाली छात्रा की दुखद मौत से हमें गहरा दुख हुआ है,  हम शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं.  भारत सरकार देश में सभी अंतरराष्ट्रीय छात्रों की सुरक्षा, सुरक्षा और कल्याण को उच्च प्राथमिकता देती है.  मामला सामने आने के बाद से विदेश मंत्रालय लगातार ओडिशा सरकार के संपर्क में है. हर खबर के लिए हमें फॉलो करें
Whatsapp Channel : https://whatsapp.com/channel/0029VaAT9Km9RZAcTkCtgN3q
">https://whatsapp.com/channel/0029VaAT9Km9RZAcTkCtgN3q">https://whatsapp.com/channel/0029VaAT9Km9RZAcTkCtgN3q

Twitter (X) : https://x.com/lagatarIN
">https://x.com/lagatarIN">https://x.com/lagatarIN

Google news : https://news.google.com/publications/CAAqBwgKMPXuoAswjfm4Aw?ceid=IN:en&oc=3
">https://news.google.com/publications/CAAqBwgKMPXuoAswjfm4Aw?ceid=IN:en&oc=3">https://news.google.com/publications/CAAqBwgKMPXuoAswjfm4Aw?ceid=IN:en&oc=3

 

Comments

Leave a Comment

Follow us on WhatsApp