- IAS अधिकारी ने कहा, अधिनियम से अलग किया हूं तो इस्तीफा देने को तैयार हूं
- वीडियो देखने से साफ हुआ कि गुरुवार को बैठक स्थगित करने से पहले ही सभी एजेंडा हुआ था पास
Ranchi : रांची">https://en.wikipedia.org/wiki/Ranchi">रांची
नगर निगम परिषद के एजेंडे में जोड़े जिन पांच एजेंडे को लेकर नगर आयुक्त मुकेश कुमार और मेयर आशा लकड़ा के बीच विवाद हुआ था, वह अब मेयर और पार्षदों के बीच बदल गया है. दरअसल बीते गुरुवार को स्थगित हुई परिषद बैठक को मेयर ने शनिवार को पुनः बुलाया था. यह बैठक विवाद शांत करने के लिए बुलायी गयी थी, लेकिन विवाद और भी बढ़ गया है. शनिवार की बैठक में नाराज पार्षदों ने यहां तक कह दिया कि मेयर को जब कुछ सुनने व जवाब देने का ताकत नहीं था तो दोबारा बैठक बुलाने का क्या औचित्य है. वहीं बैठक की शुरुआत में ही मेयर और नगर आयुक्त के बीच भी काफी विवाद देखा गया.
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के लगाये आरोप के जवाब में IAS अधिकारी ने यहां तक कह दिया कि अगर उन्होंने झारखंड नगर पालिका अधिनियम-2011 के विपरीत जाकर कोई भी काम किया है, तो वे इस्तीफा देने को तैयार हैं. इसे भी पढ़ें :
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46 पार्षदों ने वीडियो फुटेज जांच की मांग की थी
वहीं गुरुवार को हुए बैठक के वीडियो फुटेज देखने के बाद साफ हो गया है कि मेयर की बोर्ड बैठक स्थगित करने से पहले ही दोबारा ध्वनि मत से एजेंडा में शामिल 1 से 12 विषयों को ध्वनि मत से पास किया गया है. ध्वनि मत से सारे एजेंडा पास होने के बाद मेयर आशा लकड़ा ने बोर्ड बैठक स्थगित करने घोषणा की थी. बता दें कि 46 पार्षदों ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर बोर्ड बैठक की वीडियो फुटेज जांचने की मांग की थी, ताकि पता चल सके कि सारे एजेंडा पास होने के बाद मेयर ने बोर्ड बैठक स्थगित करने की घोषणा की थी.
पार्षदों ने कहा, बढ़ गयी है मेयर की मनमानी
शनिवार की बैठक में मेयर पूरी तरह से घिरते दिखीं. विवाद इतना बढ़ गया कि बिना एक लाइन का कुछ चर्चा हुए मेयर ने बैठक को खत्म करने की घोषणा कर दी. इससे भड़के पार्षद आसन तक पहुंच गये. पार्षदों ने कहा कि मेयर की मनमानी बहुत हो गयी है. मेयर किसी हैसियत से पार्षदों को नोटिस करती हैं, उन्हें नोटिस करने का कोई अधिकार नहीं है. ऐसा लग रहा है कि किसी राजा-महाराजा के युग में जी रहे हैं. इसलिए मेयर पर कार्रवाई को लेकर अब सरकार से मिला जायेगा.
मेयर ने आयुक्त की कार्यशैली पर उठाया सवाल
बैठक की शुरुआत में ही मेयर ने नगर आयुक्त की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनको दिये नोटिस पर जैसा जवाब मिला है, वह किसी नेता की तरह है. नगर आयुक्त ने कहा कि नगरपालिका अधिनियम जो कहता है, उसी के आधार पर हमने काम किया है. इस पर मेयर ने कहा कि आप आईएएस हो सकते हैं, लेकिन जानकार नहीं. इस पर नगर आयुक्त ने कहा कि अगर हमने अधिनियम के विपरीत जाकर कुछ काम किया है तो मैं इस्तीफा देने को तैयार हूं.
मेयर ने नगर आयुक्त से नौ बिंदुओं पर मांगा जवाब
बैठक के बाद मेयर ने नगर आयुक्त को पत्र भेजकर नौ बिंदुओं पर जवाब मांगा है. मेयर ने अपने पत्र में कहा है कि तीन दिनों के अंदर संतोषजनक जवाब नहीं दिए जाने पर यह मान लिया जाएगा कि आप कानून का उल्लंघन कर रहे हैं. मेयर ने इसकी प्रतिलिपि मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, नगर विकास सचिव और उप महापौर को भेज दी है.
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