सांकेतिक रूप से स्थानीय रीति रिवाज के अनुसार मनेगा चैत्र पर्व 2022.
अधिकार लेने के लिए आंदोलन करना ही अंतिम विकल्प
जिला सचिव ने मामले की शिकायत ट्विटर के माध्यम से मुख्यमंत्री, श्रममंत्री, उपायुक्त पं. सिंहभूम से की. उन्होंने मजदूरों को बताया कि वर्तमान में न्यूनतम मजदूरी दर 315₹ है. अपना हक और अधिकार लेने के लिए आंदोलन करना ही अंतिम विकल्प है. मौके पर मांगी तिरिया, पूर्णिमा तिरिया, चुमानु कुई, रीता देवी, ललिता देवी, नमसी तिरिया आदि मजदूर उपस्थित थे. इसे भी पढ़ें : बदल">https://lagatar.in/the-weather-of-jharkhand-is-changing-some-relief-from-the-heat-due-to-the-rolling-of-clouds/">बदलरहा है झारखंड का मौसम, बादलों के घुमड़ने से गर्मी से थोड़ी राहत [wpdiscuz-feedback id="qe8ewvb379" question="Please leave a feedback on this" opened="1"][/wpdiscuz-feedback]

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