- विपक्ष ने कहा- मरीजों के हितों की भी हो बात
Ranchi : झारखंड में चिकित्सकों एवं पारा मेडिकल कर्मियों को सुरक्षा प्रदान करनेवाला मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट बिल एक बार फिर विधानसभा से पास नहीं सका. ऐसा तीसरी बार है, जब बिल लौटाया गया है. अब इस बिल को प्रवर समिति को भेजा जाएगा. बीते दिनों हेमंत सोरेन कैबिनेट में झारखंड चिकित्सा सेवा से संबद्ध
व्यक्तियों, चिकित्सा सेवा संस्था ( हिंसा और संपत्ति नुकसान निवारण) विधेयक को सदन पर रखे जाने के प्रस्ताव को स्वीकृति मिली थी. विधानसभा में बुधवार को जब इस विधेयक को रखा गया, तब विपक्ष ने इस पर आपत्ति जतायी. विपक्ष का कहना था कि इसमें केवल मेडिकल कर्मियों के हितों की बात की गयी है, जबकि मरीजों की नहीं. मौके पर उपस्थित मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, विधेयक में अब तक 30 से अधिक बार संशोधन डाला गया है. इस पर विचार करने की जरूरत है. इसलिए विधेयक को प्रवर समिति को भेजा जाएगा.
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