बता दें कि पलामू के प्रमंडलीय मुख्यालय में मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज अस्पताल संचालित है. यहां पलामू, गढ़वा और लातेहार के अलावा यूपी और बिहार के लोग भी इलाज कराने पहुंचते हैं. दवा नहीं मिलने पर अस्पताल प्रबंधन पर नाराजगी व्यक्त करते हैं. फिलहाल आउटडोर में ढाई से तीन सौ मरीज इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं. अस्पताल में खांसी तक की सिरफ की कमी है. लोग चिकित्सकों से इलाज कराकर जब काउंटर पर दवा लेने पहुंचते हैं तो उन्हें कहा जाता कि दवा बाहर से लेना पड़ेगा. यहां पर उपलब्ध नहीं है. ऐसी बातें सुनकर मरीज हैरान और परेशान हो जाते हैं. इसे भी पढ़ें- गृह">https://lagatar.in/why-is-the-modi-government-trying-to-save-ajay-mishra-teni-minister-of-state-for-home/">गृह
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मरीजों को बाहर से दवा लेनी पड़ती है
बताया जाता है कि तब मरीजों को बाहर से दवा लेनी पड़ती है. कुछ चिकित्सक अधिकतर दवा बाहर का लिखते हैं. एक-दो चिकित्सक ही हैं, जो अस्पताल में मिलने वाली दवा लिखते हैं. उसमें भी 80 प्रतिशत दवा मरीजों को बाहर से लेना पड़ता है. ओमीक्रॉन की धमक से लोग डरे सहमे हैं. अभी के मौसम में अधिकांश मरीज सर्दी, खांसी और बुखार से पीड़ित होकर आउटडोर में पहुंच रहे हैं. दवा के अभाव में मरीजों को सरकारी दवाईयां नहीं मिल पा रही हैं. इससे मरीज परेशान हैं. इसे भी पढ़ें- लोकप्रियता">https://lagatar.in/modi-surpasses-biden-putin-in-popularity/">लोकप्रियतामें मोदी ने बाइडेन, पुतिन को भी पछाड़ा [wpse_comments_template]
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