Medininagar (Palamu) : विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल ने गीता जयंती पर शहर में शोर्य संचलन निकाला. इसके पूर्व साहित्य समाज स्थित संस्कृत महाविद्यालय परिसर में शौर्य सभा का आयोजन किया गया. सभा में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए बजरंग दल के झारखंड के प्रशिक्षण प्रमुख रंगनाथ महतो ने कहा कि छह दिसंबर 1992 को भी गीता दिवस था. इसलिये आज के दिन को शोर्य दिवस की लिए चुना गया है. उन्होंने कहा कि छह दिसंबर 1992 को गीता जयंती, के पावन दिवस के दिन ही हिंदुओं के माथे पर बाबरी ढांचा नुमा लगे कलंक को धो डाला था. इस कारण सभी जिला केंद्रों पर शौर्य संचलन का आयोजन कर अयोध्या में हो रहे भव्य मंदिर निर्माण के निमित्त किए गए सहयोग के लिए समाज के प्रति कृतज्ञता के साथ प्रसन्नता व्यक्त करने के लिए यह आयोजन किया जा रहा है. सभा से पूर्व ध्वजारोहण, ध्वज प्रणाम और बजरंग दल प्रार्थना की गयी.
इसे भी पढ़ें-केन्द्रीय सहायता राशि नहीं मिलने से आहत सांसद ने लोकसभा में उठाया मुद्दा
पुष्प वर्षा की गयी
सभा के संचालन कर रहे जिला मंत्री दामोदर मिश्र छह दिसंबर 1992 को बावरी ढांचा गिरा तो वे अयोध्या में उपस्थित थे और उनकी जिंदगी की आखिरी इच्छा है कि राम लला का दर्शन भव्य राम मंदिर में देखने के बाद ही इस दुनिया से विदा लें. शोर्य सभा के बाद शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए बजरंगियों का एक शोर्य संचलन शहर में निकाला गया. जगह-जगह पर संचलन कर रहे बजरंगियों के उपर पुष्प वर्षा की गयी. मौके पर विश्व हिंदू परिषद के जिला पालक स्वामी कृष्ण चैतन्य ब्रहमचारी, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विभाग कार्यवाह राजीव सिंह, विहिप के विभाग अध्यक्ष शिव प्रकाश, विहिप के जिला अध्यक्ष, उमेश अग्रवाल, संदीप कुमार दास, मंगल सिंह, श्री राम सेना के पंकज कुमार जायसवाल, विवेक चौबे, दीपक कुमार, संदीप कुमार गुप्ता समेत कई कार्यकर्ता शामिल थे.