: अस्तिस्व के संकट से जूझ रही कतरास को अपना नाम देनेवाली कतरी नदी
3 अप्रैल को बच्ची ने लिया था जन्म
बता दें कि जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के गांगी की रहने वाली सीता चौधरी को प्रसव पीड़ा के बाद 3 अप्रैल को सोना नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था. जहां देर रात सीता चौधरी ने ऑपरेशन से एक बच्ची को जन्म दिया था. जन्म के बाद बच्ची को जरूरी इंजेक्शन और दवा देनी थी. नर्सिंग होम की ओर से दवा की पर्ची उसके पिता को दी गयी थी. अरूण ने नर्सिंग होम के दवाखाने से दवा और इंजेक्शन नहीं खरीदकर बाहर से लाया था और स्वयं ही अपनी बच्ची को इंजेक्शन लगा दिया था. इससे कुछ देर बाद अचेत होकर बच्ची ने दम तोड़ दिया था. इसे भी पढ़ें - एलन">https://lagatar.in/elon-musks-entry-on-twitters-board-parag-agarwal-and-jack-dorsey-said-welcome/">एलनमस्क की ट्विटर के बोर्ड में एंट्री, पराग अग्रवाल और जैक डोर्सी ने कहा, स्वागतम…
पुलिस मामले की जांच कर रही
अस्पताल के डॉक्टर और नर्सिंग स्टॉफ ने अरूण को इंजेक्शन देने से मना किया था, लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी. पुलिस ने अस्पताल की पर्ची की दवा और उसके पिता द्वारा लाए गए दवा और इंजेक्शन को जब्त कर लिया है. दोनों को मिलान कर मौत के कारणों का पता लगा रही है. पुलिस ने नवजात के शव का पोस्टमार्टम भी कराया है. नवजात की मां ने कहा है कि उसके पिता कभी नहीं चाहते थे कि उसका बच्चा हो. दो बार गर्भपात भी करा दिया था. इसमें उसे सास, ससुर और देवर का भी सहयोग करते थे. इसे भी पढ़ें - रिम्स:">https://lagatar.in/rims-fire-broke-out-in-transformer-power-station-found-under-control/">रिम्स:पावर स्टेशन के ट्रांसफार्मर में लगी आग, पाया गया काबू [wpse_comments_template]

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