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ध्यान और ईश्वर पर विश्वास से ही आपदा को कर सकते हैं परास्त : स्वामी ईश्वरानंद

Ranchi : योगदा सत्संग सोसाइटी के रांची आश्रम के जेनरल सेक्रेटरी स्वामी ईश्वरानंद का कहना है कि ध्यान और ईश्वर पर विश्वास रखकर ही हम इस आपदा से लड़ाई कर सकते हैं और उसे परास्त कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि रांची स्थित योगदा सत्संग सोसाइटी लोगों को प्रार्थना, योग और ध्यान कार्यक्रमों से जोड़ कर इस महामारी से लड़ने के लिए साहस देने का काम कर रही है. इसके अलावा भी सोसाइटी इस आपदा की घड़ी में कई दूसरे तरीकों से भी लोगों की मदद के लिए आगे आ रही है. कोरोना काल में गुरु परमहंस योगदानंद के बताए रास्ते पर चलने से ही हमें शांति मिल सकती है.

कोरोना संक्रमित होने पर घबराना नहीं है

उन्होंने कहा कि इस दौर में हमें मन में विश्वास बनाये रखना है कि ईश्वर की शक्ति अभी भी काम करती है. कोरोना गंभीर बीमारी है पर अधिकतर लोग इससे ठीक हो रहे हैं. अगर हम इससे संक्रमित होते हैं तो हमें घबराना नहीं है. जो जरूरी चीजें हैं, उसका पालन करना है. इससे हम अवश्य ठीक हो जाएंगे. इसके साथ ही यह समय हम जिनकी भी हो सके, मदद करने का है.

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सोसाइटी पूरे देश में कर रही लोगों की मदद

योगदा सत्संग सोसाइटी कोरोना काल में पूरे देश में लोगों की हर तरह से मदद कर रही है. अपने कार्यक्रम से लोगों के मन को मजबूत बना रही है, वहीं असहायों की हरसंभव मदद भी कर रही है. सोसाइटी देशभर में ऑनलाइन और ऑफलाइन कई कार्यक्रम चला रही है, जिससे लोगों का मन मजबूत बन सके और इच्छाशक्ति संबल हो. ऐसा ही एक कार्यक्रम है आरोग्य कार्य प्रार्थना विधि. इसकी जानकारी देते हुए रांची योगदा सत्संग सोसाइटी के स्वामी ईश्वरानंद ने बताया कि हर दिन कई सदस्य अपने परिवार में किसी व्यक्ति के जल्द ठीक होने की प्रार्थना के लिए उनसे अपील करते हैं. इस परिस्थिति में आध्यात्मिक गुरु होने के नाते वे सभी से बात करते हैं, उन्हें सकारात्मक विचार के लिए प्रोत्साहित करते हैं. उनके लिए प्रार्थना करते हैं. इसके लिए हर दिन 3 प्रार्थना सभाएं की जा रही हैं. सोसाइटी फिलहाल विशेष आरोग्य कार्य प्रार्थना विधि चला रही है. इसके तहत आश्रम के स्वामी प्रार्थना कर उन सभी के परिवार और सदस्य को हीलिंग एनर्जी भेजने का काम करते हैं. इससे विश्वासियों को बीमारी और परिस्थितियों से लड़ने के लिए आंतरिक साहस की भी अनुभूति होती है.

सदस्यों के लिए ऑनलाइन मेडिटेशन और ध्यान की व्यवस्था भी की गई है. कोविड के कारण हर जगह काफी नकारात्मक ऊर्जा फैली हुई है. लोग इसके बारे में सोच-सोचकर और बीमार हो रहे हैं. इसलिए घबराए हुए हैं. ऐसे में उन्हें मन की शांति और सकारात्मक विचारों से जोड़े रखने के लिए सोसाइटी ऑनलाइन मेडिटेशन और ध्यान सेशन का आयोजन कर रही है. हर दिन आश्रम की प्रार्थना और मेडिटेशन सभा से लगभग 1000 लोग पूरे देश से जुड़ रहे हैं.

क्या-क्या मदद पहुंचा रही है सोसाइटी

स्वामी ईश्वरानंद ने जानकारी देते हुए बताया कि योगदा सोसाइटी निवारणपुर और जगन्नाथपुर के पास स्थित कुष्ठ रोग कॉलोनी में लोगों तक जरूरी सामान पहुंचाने का काम कर रही है. सोसाइटी ने दोनों कॉलोनी को अडॉप्ट किया है. लॉकडाउन की इन परिस्थिति में सोसाइटी इनके खान-पान की पूरी व्यवस्था कर रही है. फिलहाल आश्रम की डिस्पेंसरी बंद है. इसके डॉक्टर्स जल्द ही शहर में टेलीमेडिसिन की निःशुल्क सेवा शुरू करेंगे. इसके साथ ही शहर में कोविड के इलाज में उपयोग में आने वाली दवाई की कमी को देखते हुए आश्रम जल्द ही उन दवाइयो का स्टॉक मंगवा रहा है. ये दवा लोगों को आश्रम मुफ्त में उपलब्ध करवाएगी. आश्रम के पास एक एंबुलेंस है. इसके अलावा अपनी एक अन्य गाड़ी को एंबुलेंस में बदलकर आश्रम लोगों को निःशुल्क सेवा दी जा रही है. स्वामी ईश्वरानंद न आगे बताया कि आश्रम शहर के कुछ बड़े प्राइवेट हॉस्पिटलों के साथ लिंक करने की कोशिश कर रहा है.

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