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प्राइमरी क्रशर से बड़े पत्थरों को तोड़कर आगे भेजा जाता है
शटडाउन के दौरान लौह अयस्क का उत्पादन पूरी तरह से प्रभावित होगा. क्योंकि इसी प्राइमरी क्रशर में हौलपैक मशीन खदान से लौह पत्थरों को लाकर डालती है. तमाम बड़े पत्थरों को इस मशीन द्वारा तोड़ कर आगे भेजा जाता है. आधिकारिक सूत्रों की मानें तो इस दौरान प्रबंधन अपने विभिन्न स्टॉक यार्ड में मौजूद लौह अयस्क का डिस्पैच करती रहेगी. हालांकि इस क्रशर को ठीक करने के एवज में लिए गए शटडाउन की वजह से प्रबंधन को करोड़ों रुपये का नुकसान होगा. लेकिन यह आम समस्या व प्रक्रिया है जिसे समय-समय पर किया जाता है. इस समस्या का समाधान हेतु मेघाहातुबुरु प्रबंधन के कर्मचारी सुरक्षा के तमाम संसाधनों का इस्तेमाल कर तथा मानकों को अपनाकर पूरी सुरक्षित तरीके से कार्य कर रहे हैं. इसे भी पढ़ें: पिपरवार">https://lagatar.in/piparwar-shooting-constable-ravi-ram-accused-of-shooting-salman-got-bail-from-the-high-court/">पिपरवारगोलीकांड : हाईकोर्ट से सलमान को गोली मारने के आरोपी सिपाही रवि राम को मिली जमानत [wpse_comments_template]

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