Jamshedpur : एमजीए अस्पताल में शुक्रवार की सुबह तक शिवा प्रोटक्शन एजेंसी के तहत काम करने वाली नर्सों को वादे के मुताबिक एक माह का वेतन नहीं मिला. इसके बाद लगभग 50 नर्सें एमजीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ अरुण कुमार से मिलने पहुंचीं. अधीक्षक ने नर्स कल्पना के नेतृत्व में पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि दो दिनों के अंदर एजेंसी से वेतन दिलवाएंगे. यद एजेंसी मालिक उन्हें वेतन नहीं देता है तो दो दिन के बाद वे कार्रवाई करेंगे. उन्होंने कहा काम बंद कर आंदोलन करना समाधान नहीं है. आंदोलन अंतिम हथियार होता है. एग्रीमेंट में कही नहीं लिखा है कि किसी भी कारणवश सरकार से पैसा मिलने में एजेंसी को देर होती है तो वह नर्सों का वेतन रोक देगा. इससे पहले गुरुवार को शिवा प्रोटक्शन एजेंसी के तहत काम कर रही नर्सों ने वेतन नहीं मिलने पर अस्पताल परिसर में हंगामा किया था. उन्हें शाम तक एक माह का वेतन देने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन शुक्रवार की सुबह तक वेतन नहीं मिला. वार्ता के दौरान झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष अमरनाथ सिंह ने भी नर्सों की मांग को जायज बताया. उन्होंने कहा कि एजेंसी से वार्ता कर जल्द वेतन भुगतान कराया जाएगा.
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कोरोनाकाल में ड्यूटी करने वाली नर्सों और कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि भी मिलेगी
अधीक्षक डॉ अरुण कुमार ने कहा कि कोरोनाकाल में ड्यूटी करने वाली नर्सों और कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. उसके लिए एजेंसी उन्हें लिखकर देगी कि किन नर्सों और कर्मचारियों ने कोरोनाकाल में ड्यूटी की है. प्रोत्साहन राशि का एजेंसी से लेना देना नहीं है. उसका सरकार से आवंटन होते मिल जाएगा. प्रोत्साहन राशि देने की सरकार ने घोषणा भी कर दी है. इस संबंध में नर्सों का नेतृत्व कर रही कल्पना ने कहा कि उन्हें दो दिन में वेतन दिलाने का अधीक्षक ने आश्वासन दिया है. वे उनकी बातों से संतुष्ट हैं. वेतन नहीं मिलने पर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी.