Lagatar Desk Jamshedpur: झारखंड-बिहार के सरकारी मेडिकल कॉलेजों के 2022 बैच के एमबीबीएस छात्र थर्ड ईयर में प्रवेश पा चुके हैं. लेकिन एमजीएम, जमशेदपुर मेडिकल कॉलेज के इसी साल के छात्र अब भी सेकेंड ईयर में ही हैं. छात्रों के इस स्थिति की वजह एमजीएम प्रशासन है. जिसने आंतरिक मूल्यांकन हो जाने के बाद भी अभी तक छात्रों का प्रोफेशनल परीक्षा नहीं ली है. इससे छात्र परेशान हैं.
एमजीएम, जमशेदपुर के छात्र अपने ही बैच के दूसरे कॉलेजों में पढ़ रहे छात्रों से दो माह पीछे हो चुके हैं. सूत्रों के मुताबिक कॉलेज प्रशासन ने जुलाई में परीक्षा लेने की बात कही है. ऐसी स्थिति में वह 6 से 8 माह पीछे हो जाएंगे.
कहां कब हुई परीक्षा
- रिम्स, रांची में परीक्षा 6 से 17 फरवरी के बीच हो चुकी है. - फुलो झानो मेडिकल कॉलेज, दुमका की परीक्षा 16 से 27 जनवरी के बीच हुई. - शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज, हजारीबाग में परीक्षा 20 से 31 जनवरी के बीच हुई. - मगध मेडिकल कॉलेज, गया में भी सेकेंड ईयर की परीक्षा हो चुकी है.
एक छात्र ने हमें बताया कि सेकेंड ईयर की परीक्षा के अनुरोध पर एमजीएम कॉलेज के परीक्षा नियंत्रक ने कहा है कि वर्ष 2021 बैच के छात्रों का पूरक परीक्षाएं अभी तक नहीं हुआ है. पूरक परीक्षा का परिणाम आने के बाद ही सेकेंडर ईयर की परीक्षा ली जायेगी. छात्रों के मुताबिक एनएमसी (नेशनल मेकिडल कमीशन) के किसी भी नियम में इस तरह की व्यवस्था नहीं है. ऐसा कोई नियम नहीं है, जिसके मुताबिक सीनियर बैच की पूरक परीक्षा ना होने की वजह से जूनियर बैच की परीक्षा को रोका जाये. एमबीबीएस (2022 बैच) के छात्र परेशान हैं. क्योंकि एक तो उनका सत्र लेट हो रहा है, दूसरा वह अपने ही बैच के दूसरे कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों से पीछे रह जाएंगे, तीसरा उन पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है और चौथा वह मानसिक रुप से परेशान हो रहे हैं.
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