Ranchi : झारखंड के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आजसू पार्टी के अध्यक्ष सुदेश महतो ने कोरोना काल में प्रदेश के मनरेगा श्रमिकों को राहत दिलाने की मांग सीएम हेमंत सोरेन से की. सुदेश महतो ने सीएम से मांग की है कि मनरेगा श्रमिकों का रोजगार 100 से बढ़ाकर 200 दिन कर दिया जाए. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की अवधि के दौरान अधिकतम 100 दिवस की सीमा तक मनरेगा मजदूरों को प्रतिदिन प्रति व्यक्ति पूरी मजदूरी का भुगतान किया जाए. उन्होंने मनरेगा के तहत बकाया राशि जारी करने के साथ ही अतिरिक्त राशि भी तत्काल उपलब्ध कराने की मांग भी मुख्यमंत्री से की है.
गांवों में आर्थिक संबल प्रदान करने का सर्वाेत्तम उपाय मनरेगा ही है
उन्होंने कहा कि मनरेगा ग्रामीण श्रमिकों की जीवन रेखा है. लॉकडाउन के कारण दिहाड़ी मजदूर, लघु सीमांत किसान, कृषि श्रमिक और निर्माण श्रमिक सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. ऐसे संकटकाल में ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक रूप से पिछड़े और लॉकडाउन के कारण प्रभावित लोगों को आर्थिक संबल प्रदान करने का सर्वाेत्तम उपाय मनरेगा योजना ही है.
दिहाड़ी कमाई करने वालों के लिए भी राहत पैकेज की घोषणा करें
उन्होंने कहा कि व्यापार का ठप होना और बढ़ती हुई महंगाई को देखते हुए शहरी व प्रखंड क्षेत्रों में दिहाड़ी कमाई करने वाले ऑटो/वैन चालक, ठेले-खोमचे वाले तथा छोटे व्यापार करने वालों के लिए भी एक आर्थिक राहत पैकेज की घोषणा सरकार को करनी चाहिए. राज्य में कोरोना की दूसरी लहर से प्रदेश के गरीब किसान, मजदूर, व्यापारी भी बेरोजगारी के कगार पर हैं.