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सुखनदिया जलाशय योजना में मरम्मत के नाम पर करोड़ों की बंदरबांट, जांच करायेगी सरकार

  • विधानसभा में मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने दिया जांच कराने का आश्वासन
  • कहा- जांच के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करेगी सरकार
  • भानू प्रताप शाही और मंत्री मिथिलेश ठाकुर के बीच तीखी नोकझोंक
Ranchi: पलामू के सुखनदिया जलाशय योजना में मरम्मत के नाम पर दशकों से करोड़ों रुपये की राशि का बंदरबांट हुआ है.1980 में इस डैम को दर्जनों गांवों की जमीन की सिंचाई के लिए बनाया गया था, लेकिन कई साल से डैम का सलुइस गेट खराब है. कई बार इसकी मरम्मती के लिए पैसे की निकासी की गई. इसके बाद भी डैम पूरी क्षमता से सिंचाई का काम नहीं कर पा रहा है. विधायक पुष्पा देवी ने विधानसभा में अल्पसूचित प्रश्न में यह मुद्दा उठाया. जिसपर विभागीय मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने आश्वासन दिया कि इसकी जांच कराकर पैसे की लूट करने वाले अधिकारियों और ठेकेदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसे भी पढ़ें- 10वीं">https://lagatar.in/10th-pass-candidate-gets-a-golden-job-in-railway-bumper-vacancy-in-ncr/39070/">10वीं

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सरकार बताये कितनी राशि की हुई बंदरबांट- भानू

इससे पहले डैम के मुद्दे पर भानू प्रताप शाही और मंत्री मिथिलेश ठाकुर के बीच तीखी नोकझोंक हुई. उन्होंने कहा कि सरकार यह मानने के लिए तैयार नहीं है कि डैम के मरम्मती में बंदरबांट हुई है. सरकार यह बताये कि इस डैम की मरम्मती के नाम पर कितने पैसों की निकासी हुई है. इसे भी पढ़ें- JMM">https://lagatar.in/jmm-had-announced-to-increase-old-pension-to-2500-minister-said-no-announcement-said-opposition-deceit-public/39067/">JMM

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200 हेक्टेयर खरीफ, 80 हेक्टेयर रबी फसल की हो रही सिंचाई

मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि सुखनदिया जलाशय योजना से 200 हेक्टेयर खरीब औऱ 80 हेक्टेयर रबी फसल की सिंचाई हो रही है. डैम का एक गेट खराब है इस वजह से अपनी क्षमता के अनुरूप डैम सिंचाई नहीं कर पा रहा है.उन्होंने कहा कि अगले वित्तीय वर्ष में डैम अपनी पूरी क्षमता से सिंचाई करेगा, लेकिन बीजेपी अबतक डैम के मरम्मती के नाम पर हुए बंदरबांट की जांच कराने की जिद पर अड़ा रहा. आखिरकार मंत्री को जांच का आश्वासन देना पड़ा. इसे भी देखें-

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