खनन पदाधिकारी की अनुपस्थिति से बढ़ा अवैध उत्खनन
जिला खनन पदाधिकारी की लगातार अनुपस्थिति के कारण जिले में खनन व्यवसाय से जुड़े अवैध कारोबारी सक्रिय हो गए हैं. एनजीटी की रोक हटने के बाद अवैध तरीके से बालू का उत्खनन नदी घाटों से किया जा रहा है. खनन व्यवसाय से जुड़े माफिया रात के अंधेरे में अवैध तरीके से बालू और पत्थर का उत्खनन कर ट्रक व ट्रैक्टर पर लोडिंग कर देते हैं तथा सुबह होते ही बिक्री के लिए भेज देते हैं. यह स्थिति लगभग जिले के सभी बालू घाटों पर देखी जा रही है. व्यवसाय से जुड़े लोग नदी से अवैध बालू का उत्खनन कर बिना चालान के ही बालू की बिक्री कर रहे हैं, जिससे सरकार को रोजाना लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है. बालू के अवैध उत्खनन में बालू माफियाओं का सिंडिकेट सक्रिय है, जो बखूबी इस धंधे को अंजाम दे रहा है. रात में बालू का उत्खनन कराने से लेकर, वाहनों पर लोडिंग तथा बाजार में सप्लाई करने में यह सिंडिकेट सक्रिय है. यह सिंडिकेट पुलिस की हर चाल से वाकिफ है.क्या कहते हैं उपायुक्त
उपायुक्त फैज अहमद मुमताज ने कहा कि जिला खनन पदाधिकारी का पद तकनीकी है. इस कारण उस पद पर जिले से किसी को प्रतिनियुक्त नहीं किया जा सकता. यह भी पढ़ें : सिंफर">https://lagatar.in/governor-reached-dhanbad-in-the-platinum-program-of-sinfar/">सिंफरके प्लैटिनम प्रोग्राम में धनबाद पहुंचे राज्यपाल [wpse_comments_template]
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