Chaibasa: पेयजल और स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने शुक्रवार को चाईबासा शहरी जलापूर्ति योजना के बचे हुए निर्माण कार्य का शिलान्यास किया. इस योजना का काम 26 मई 2013 को शुरू हुआ था. इसे 25 मई 2015 तक पूरा हो जाना था. लेकिन योजना समय पर पूरी नहीं हुई. बाद में इसका समय बढ़ाया गया. 30 मार्च 2016 को इस योजना का फिर से एग्रीमेंट हुआ. तब इसकी कुल लागत 38 करोड़ थी. बाद में इसे रिवाइज कर 40 करोड़ किया गया. इसमें से 27 करोड़ रुपये एसएमएस पर्यावरण नामक दिल्ली की कंपनी को दिये गये थे. एग्रीमेंट भी इसी कंपनी के साथ किया गया था. मगर 2018 तक भी योजना पूरी नहीं हुई, तो 11 जुलाई 2018 को एकरारनामा रद्द कर दिया गया. बचे हुए काम के लिए दोबारा टेंडर निकाला गया. अहब बचा हुआ काम जमशेदपुर की जैमिनी एंटरप्राइजेज नामक कंपनी को दिया गया है.
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शिलान्यास के मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि इस योजना को अक्टूबर 2021 तक पूरा कर लेना है. यदि यह कंपनी इसे सितंबर तक पूरा कर लेती है, तो सरकार कंपनी को सम्मानित भी करेगी. मंत्री ने कहा कि अगर कोई अधिकारी या इंजीनियर पेयजल पहुंचाने में कोताही बरतेगा तो उस पर कार्रवाई होगी. मंत्री ने कहा कि लोगों तक शुद्ध पेयजल पहुंचाना हमारी सरकार की पहली प्राथमिकता है. इसमें किसी तरह की भी कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी.
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