को बड़ी सफलता, कुचाई में सीरिज में लगाए गए 35 केन बम बरामद, बम निरोधक दस्ते ने किया नष्ट
मंत्री ने की थी पुर्नियोजित करने की बात
मार्च 2021 के विधानसभा सत्र में एसबीएम कर्मियों का मामला उठा. विधायक अनंत ओझा ने पेयजल मंत्री मिथिलेश ठाकुर से मामले में जानकारी मांगी. जिसमें मंत्री की ओर से लिखित जवाब में बताया गया कि कर्मियों को हटाने का कोई निर्णय नहीं लिया गया है. केंद्रीय मंत्रालय से निर्देश है कि पूर्व में स्वच्छ भारत मिशन के तहत कार्यरत कर्मियों को उनके अनुभव के आधार पर पुर्नियोजित किया जायेगा. जिसमें जिला और प्रखंड स्तर के कर्मचारियों के वर्क रिकॉर्ड देखने की बात की गयी थी. इस सत्र में विधायक अनंत ओझा ने कहा कि कर्मियों के समायोजित करने की जानकारी मांगी. जिसमें मंत्री ने कारवाई करने की बात की थी. बता दें कि इस सत्र के बाद, अप्रैल में विभाग ने पत्र जारी कर दिया.मिल सकता है एक्सटेंशन
पिछले साल से राज्य के एसबीएम कर्मियों को तीन-तीन महीने के एक्सटेंशन में काम लिया जा रह है. इस साल जून में सितंबर तक का एक्सटेंशन मिला. इस बार फिर से विभाग पूर्व से कार्यरत कर्मियों को एक्सटेंशन देने की योजना बना रहा है. योजना के फेज वन स्टेज का फिलहाल क्लोजिंग जारी है. राज्य में कुल कर्मी 1181 हैं. कर्मियों के रिप्लेसमेंट के लिये एक अप्रैल, चार जून को भी पत्र जारी किया जा चुका है.केंद्र ने दिया है आदेश
दो फरवरी 2021 को केंद्रीय पेयजल स्वच्छता विभाग ने आदेश जारी किया. जिसमें स्पष्ट आदेश दिया गया कि पूर्व से कार्यरत कर्मियों से काम लिया जायें. नये प्रोग्राम मैनेजमेंट यूनिट के गठन का अर्थ कर्मचारियों को रिप्लेस करना नहीं है. जिसके बाद अन्य राज्यों ने पूर्व से कार्यरत कर्मियों को पुर्नियोजित किया. इसे भी पढ़ें -राहुल">https://lagatar.in/rahul-gandhi-said-modi-government-is-harmful-to-employment-cited-cmii-report/">राहुलगांधी ने कहा, मोदी सरकार रोजगार के लिए हानिकारक है, CMII की रिपोर्ट का हवाला दिया [wpse_comments_template]
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