Dhanbad : जनजातीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से झारखंड के एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस) के श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्रों के लिए आईआईटी (आईएसएम) धनबाद में तीन दिवसीय आईटी और कंप्यूटर प्रशिक्षण बूट कैंप की शुरुआत हुई. यह विशेष शिविर 17 जुलाई से 19 जुलाई तक आयोजित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य छात्रों को डिजिटल कौशल से सशक्त बनाना है.
कैंप का उद्घाटन संस्थान के प्रबंधन सभागार में हुआ, जिसमें संस्थान के निदेशक प्रो. सुकुमार मिश्रा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की. अपने प्रेरणादायक संबोधन में उन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी की शक्ति पर प्रकाश डालते हुए छात्रों को बूट कैंप का अधिकतम लाभ उठाने की सलाह दी.
इस परियोजना की प्रमुख अन्वेषक (प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर) प्रो. रश्मि सिंह हैं, जबकि प्रो. संदीप मंडल और प्रो. नीलाद्रि दास सह-अन्वेषक के रूप में योगदान दे रहे हैं. प्रो. मंडल ने छात्रों से अपनी अवलोकन क्षमता (ऑब्जर्वेशन स्किल) को विकसित करने का आग्रह किया, जिसे जीवन में सफलता के लिए आवश्यक बताया.
इस प्रशिक्षण शिविर में झारखंड के सात ईएमआरएस स्कूलों -सालगडीह, कथिजोरिया (दुमका), भोगनाडीह (साहिबगंज), टसरिया (गोड्डा), बसिया (गुमला), कुजरा (लोहरदगा), और टोरसिंडुरी (पश्चिमी सिंहभूम) से चयनित 30 छात्र भाग ले रहे हैं. इन्हें कंप्यूटर की मूलभूत जानकारी, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस (वर्ड, एक्सेल, पावरपॉइंट), टैली ईआरपी 9.0 और पायथन प्रोग्रामिंग जैसे विषयों पर व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है.
छात्रों को संस्थान के प्रमुख नवाचार एवं इनक्यूबेशन केंद्रों जैसे टेक्समिन, एसीआईसी-आई2एच, सीआईएल इनक्यूबेशन हब और एनवीसीटीआई का दौरा भी कराया जाएगा. साथ ही वे सेंट्रल रिसर्च फैसिलिटी, केंद्रीय पुस्तकालय, रोबोटिक्स लैब, भूवैज्ञानिक संग्रहालय और स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर जैसी अकादमिक सुविधाओं से भी परिचित होंगे.कैंप के दौरान एक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन भी होगा, जिसमें छात्र अपनी पारंपरिक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देंगे. प्रो. रश्मि सिंह ने इस पहल को छात्रों को डिजिटल युग के लिए तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया, जो उनके भविष्य को नई दिशा प्रदान करेगा.
धन्यवाद ज्ञापन में प्रो. नीलाद्रि दास ने बताया कि आईआईटी (आईएसएम) के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के माध्यम से अब तक झारखंड के सात ईएमआरएस स्कूलों के 1500 से अधिक छात्रों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है. यह प्रशिक्षण शिविर 19 जुलाई को समापन समारोह एवं पुरस्कार वितरण के साथ संपन्न होगा.