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झारखंड में नाबालिग बच्चियां हो रही दुष्कर्म की शिकार, यौन अपराध भी बढ़ रहे

  • झारखंड में बढ़ते यौन अपराध
  • बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं में वृद्धि
Ranchi :  झारखंड में बच्चियों के साथ दुष्कर्म और यौन अपराधों की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं.  हाल के महीने में राज्य के अलग-अलग जिलों से कई मामले सामने आ चुके है. सबसे चिंताजनक बात यह है कि इनमें से अधिकांश घटनाओं में आरोपियों का बच्चियों से जान-पहचान होना पाया गया है. झारखंड पुलिस की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, 2023 से 2024 के बीच राज्य में कुल 3,177 रेप की घटनाएं दर्ज की गयी हैं. इसमें साल 2024 में 1,552 घटनाएं शामिल हैं, जबकि 2023 में 1,625 घटनाएं रिपोर्ट की गयी थीं.

यौन अपराधों से बच्चों के लिए बनाया गया पॉक्सो 

2007 में महिला और बाल विकास मंत्रालय ने बाल शोध अध्ययन रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें बच्चों को यौन शोषण से बचाने के लिए एक सख्त कानून की आवश्यकता की सिफारिश की गयी. इसके परिणामस्वरूप, 2012 में यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो) बनाया गया.

यह अधिनियम बच्चों के खिलाफ दुष्कर्म और यौन अपराधों से जुड़े मामलों को शीघ्रता से निपटाने के उद्देश्य से बनाया गया था. इसके तहत, दर्ज किए गए मामलों में आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी के लिए स्पष्ट नियम है. इसके अलावा, मामलों को तेजी से निपटाने के लिए फास्ट-ट्रैक स्पेशल कोर्ट भी स्थापित की गयी है, ताकि पीड़ितों को जल्द से जल्द न्याय मिल सके.

नाबालिग बच्चियां हो रही दुष्कर्म की शिकार :

- 03 मार्च : कोडरमा के झुमरी तिलैया में सात वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया. - 02 मार्च : रांची के सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के स्वर्ण जयंती नगर में चार साल की एक बच्ची से दुष्कर्म किया गया. - 02 मार्च : रांची के एक होटल में एक नबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया. - 25 फरवरी : खूंटी के तोरपा थाना क्षेत्र में तीन नाबालिगों से सामूहिक दुष्कर्म और दो से छेड़छाड़ की घटना को अंजाम दिया गया. - 20 फरवरी : जमशेदपुर के सिदगोड़ा में नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया गया.