Ranchi : झारखंड के 14 लोकसभा सीटों में अनुसूचित जाति आरक्षित एक सीट (पलामू) काफी अहम सीट मानी जाती है. 2024 में यहां दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा. यह कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है. लेकिन 1991 में भाजपा ने यहां सेंधमारी कर ली. उसके बाद से लगातार भाजपा यहां मजबूत होती रही. 1991 से 2019 तक हुए लोकसभा के 9 चुनावों में भाजपा ने 6 बार यहां से जीत दर्ज की. 2004 और 2006 के लोकसभा चुनाव में यहां से कांग्रेस को जीत मिली. 2009 में झामुमो यहां पहली बार कब्जा जमाया. 2014 और 2019 में लगातार दो बार भाजपा ने यहां जीत दर्ज की.
लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटा राजद
पलामू में पिछले कई लोकसभा चुनाव में राजद ने भाजपा को टक्कर दी है. इस बार भी राजद जोरो-शोरों से तैयारियों में जुटी है. अगर विपक्ष गठबंधन में चुनाव लड़ती है तो यह सीट राजद के पाले में जाना निश्चित है. लेकिन राजद के लिए चिंता का विषय यह भी है कि यहां बाबूलाल मरांडी की अच्छी पकड़ है. 2009 और 2014 के लोकसभा चुनाव में झामुमो पलामू में अच्छा वोट ला चुकी है. 2014 में उसे यहां 16.5 और 2009 में 13.84 फीसदी वोट मिला था. बाबूलाल मरांडी अब भाजपा में हैं और प्रदेश का नेतृत्व भी उनके हाथ में हैं. ऐसे में भाजपा से निपटना यहां राजद और विपक्षी गठबंधन के लिए बड़ी चुनौती होगी.
1892 में अस्तित्व में आया था पलामू
पलामू जिला 1892 में अस्तित्व में आया था. जिले का मुख्यालय मेदिनीनगर (डाल्टेनगंज) है. 2006 में पंचायती राज मंत्रालय ने इस क्षेत्र को देश के 250 सबसे पिछड़े जिलों में रखा था. पलामू को सरकार के बैकवर्ड रीजन ग्रांट फंड प्रोग्राम के तहत विकास के लिए फंड्स मिलते हैं. यह जिला देश के सबसे अधिक जनसंख्या वाले जिलों की फेहरिस्त में 243वें स्थान पर आता है. पलामू लोकसभा के अंतर्गत 6 विधानसभा सीटें और 21 मंडल आते हैं. यहां की जनसंख्या 2834681 लाख है. ग्रामीण जनसंख्या 89.57 प्रतिशत और शहरी जनसंख्या 10.43 फीसदी है. 25.9 फीसदी अनुसूचित जाति और 11.93 फीसदी अनुसूचित जनजाति के लोग यहां निवास करते हैं.
विधानसभा की 6 में से 4 सीटें भाजपा के पास
पलामू संसदीय सीट के अंतर्गत आने वाले 6 विधानसभा सीटों में से 4 पर भाजपा की अच्छी पकड़ है. 2019 के विधानसभा चुनाव में डाल्टनगंज, भवनाथपुर, छतरपुर और विश्रामपुर विधानसभा सीट में भाजपा ने जीत दर्ज की थी. वहीं गढ़वा सीट झामुमो और हुसैनाबाद सीट एनसीपी के कब्जे में आया था.
2019 के चुनाव में पार्टियों का वोट शेयर
पार्टी | सांसद | कुल वोट | वोट शेयर |
भाजपा | वीडी राम | 755659 | 62.46 |
राजद | घूरन राम | 278053 | 22.98 |
बसपा | अंजना भुईंया | 53597 | 4.43 |
निर्दलीय | दिनेश राम | 19491 | 1.61 |
ग्राफिक्स-
- ग्रामीण जनसंख्या- 89.57%
- शहरी जनसंख्या- 10.33%
- अनुसूचित जाति- 25.9%
- अनुसूचित जनजाति- 11.93%
- 2019 में वोटिंग प्रतिशत- 64.24%
67 साल में कांग्रेस 6 बार चुनाव जीती
- भाजपा ने भी अबतक 6 चुनाव जीता
- राजद 2 बार चुनाव जीती
- झामुमो ने भी एक बार खाता खोला
2004 से 2019 तक कौन सी पार्टी कितनी मार्जिन से जीती
वर्ष | जीते | हारे | मार्जिन |
2019 | वीडी राम (भाजपा) | घूरन राम (राजद) | 39% |
2014 | वीडी राम (भाजपा) | मनोज कुमार (राजद) | 28% |
2009 | कामेश्वर बैठा (झामुमो) | घूरन राम (राजद) | 4% |
2004 | मनोज कुमार (राजद) | ब्रजमोहन राम (भाजपा) | 8% |
67 साल में पलामू में कब कौन सी पार्टी जीती, कौन बने सांसद
वर्ष | सांसद | पार्टी |
1952 | गजेंद्र प्रसाद सिन्हा | कांग्रेस |
1957 | गजेंद्र प्रसाद सिन्हा | कांग्रेस |
1962 | शशांक मंजरी | स्वतंत्र पार्टी |
1967 | कमला कुमारी | कांग्रेस |
1971 | कमला कुमारी | कांग्रेस |
1977 | रामदेनी राम | जनता पार्टी |
1980 | कमला कुमारी | कांग्रेस |
1984 | कमला कुमारी | कांग्रेस |
1989 | जोरावर राम | जनता दल |
1991 | राम देव राम | भाजपा |
1996 | ब्रज मोहन राम | भाजपा |
1998 | ब्रज मोहन राम | भाजपा |
1999 | ब्रज मोहन राम | भाजपा |
2004 | मनोज कुमार | राजद |
2006 | घूरन राम | राजद |
2009 | कामेश्वर बैठा | झामुमो |
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