और प्राणा का रूफटॉप बंद करने के आदेश पर हाईकोर्ट की रोक
क्या है मामला?
हेमंत सरकार ने हाल ही में इन पारंपरिक पदाधिकारियों के मानदेय को दोगुना करने का निर्णय लिया था, लेकिन संथाल परगना क्षेत्र के मांझी हड़ाम और ग्राम प्रधानों को अभी तक इसका लाभ नहीं मिला है. इस पर प्रदीप यादव ने अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा, संथाल परगना से खुद मुख्यमंत्री, चार मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष आते हैं, फिर भी मांझी हड़ाम और ग्राम प्रधानों तक बढ़े हुए मानदेय का लाभ नहीं पहुंचा है. यह एक चिंताजनक स्थिति है और सरकार को तत्काल इस पर कार्रवाई करनी चाहिए. विधायक ने बताया कि इस मुद्दे को लेकर संथाल परगना के पारंपरिक पदाधिकारी आंदोलन करने के लिए मजबूर हो गए हैं. उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि बिना किसी देरी के सभी मांझी हड़ाम और ग्राम प्रधानों को बढ़े हुए मानदेय का लाभ दिया जाए, ताकि उनके साथ न्याय किया जा सके. इसे भी पढ़ें -अभिषेक">https://lagatar.in/trailer-of-abhishek-bachchans-film-be-happy-is-out-a-father-will-sacrifice-everything-for-his-daughters-dreams/">अभिषेकबच्चन की फिल्म ‘बी हैप्पी’ का ट्रेलर आउट, बेटी के सपनों के लिए बाप देगा हर कुर्बानी
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