: भाकपा माओवादी ने किया पोस्टर जारी, 21 वीं वर्षगांठ 2-8 दिसम्बर 2021 तक मनाने का किया अह्वान
एनआईए कर रही है मामले की जांच
रांची के बुंडू के एसएस हाई स्कूल में एक समारोह के दौरान तमाड़ के तत्कालीन विधायक रमेश सिंह मुंडा सहित चार लोगों की हत्या हुई थी. इसके बाद रांची पुलिस कुछ दिनों तक पूरे मामलों की जांच की और बाद में यह मामला सीआइडी को स्थानांतरित हो गया था. इस मामले में सीआइडी के हाथ खाली रहे थे. इसके बाद एनआइए ने 28 जून 2017 को टेकओवर कर कांड संख्या आरसी 11/2017 एनआईए डीएलआई दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी. इसे भी पढ़ें -राजस्थान">https://lagatar.in/rajasthan-governor-kalraj-mishra-said-if-needed-agricultural-law-can-be-brought-again/">राजस्थानके राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा- जरूरत पड़ी तो दोबारा लाया जा सकता है कृषि कानून
राजा पीटर सहित 15 अभियुक्तों पर एनआइए ने दाखिल की है चार्जशीट
रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड की जांच कर रही एनआइए ने पूर्व मंत्री राजा पीटर, कुख्यात नक्सली कुंदन पाहन व विधायक के अंगरक्षक शेष नाथ खरवार सहित 15 अभियुक्तों पर चार्जशीट दाखिल की थी. चार्जशीट में राजा पीटर को मुख्य साजिशकर्ता बताया गया था. एनआइए की जांच के दौरान यह खुलासा हुआ है कि पूर्व मंत्री राजा पीटर ही विधायक रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड का मास्टरमाइंड व षड्यंत्रकारी था. राजा पीटर ने राजनीति में अपने कद को पाने के लिए अपराधिक षड्यंत्र रचकर माओवादियों के हाथों रमेश सिंह मुंडा को रास्ते से हटवाया. इसके लिए माओवादियों को पांच करोड़ रुपये नगदी व हथियार मुहैया कराया. इतना ही नहीं, माओवादियों की मदद से ही राजा पीटर ने रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड के बाद तमाड़ के उप चुनाव को जीता और इसके बाद झारखंड सरकार में मंत्री बने थे. इसे भी पढ़ें -नालंदा:">https://lagatar.in/nalanda-a-young-man-again-became-the-victim-of-a-married-marriage-kidnapped-on-the-strength-of-a-weapon/">नालंदा:एक युवक फिर हुआ पकड़ौआ विवाह का शिकार, हथियार के बल पर किया गया अगवा [wpse_comments_template]
Leave a Comment