Jamshedpur : जमशेदपुर पुर्वी के विधायक सरयू राय ने केबुल कंपनी के पुनरूद्धार और परिसंपत्तियों की चोरी मामले में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह को पत्र भेजा है. इससे पहले 23 सितंबर को उन्होंने राज्य के पुलिस महानिदेश को पत्र भेजकर मामले की जानकारी दी थी. मुख्य सचिव को भेजे पत्र में सरयू राय ने कहा कि केबुल कंपनी वर्ष 2000 से बंद है. यह मामला बीआईएफआर में गया. निश्चित रूप से उस समय इंकैब के तत्कालीन प्रबंधकों ने इसकी परिसंपत्तियों की इंवेंट्री तैयार की होगी. अभी एनसीएलटी द्वारा नियुक्त रिज्योलुशन प्रोफेशनल ने एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट प्रकाशित करने के बाद तीन औद्योगिक इकाइयों से इसके पुनरुद्धार का ठोस प्रस्ताव मांगा है. प्रस्ताव देने के लिए तीनों कंपनियों ने जरूर कंपनी की हालिया स्थिति का सर्वेक्षण और इन्वेंट्री तैयार की होगी. इसे भी पढ़ें : केयू">https://lagatar.in/ku-in-lbsm-college-the-non-teaching-staff-will-be-reinstated-on-22-vacant-posts-in-class-iii-and-16-in-class-iv/">केयू
: एलबीएसएम कॉलेज में शिक्षकेत्तर कर्मचारी के तृतीय वर्ग में 22 व चतुर्थ वर्ग में 16 रिक्त पदों पर होगी बहाली इसे एनसीएलटी के सामने रखना चाहिए था अथवा सार्वजनिक करना चाहिए था, जो नहीं किया गया है. दोनों इंवेंट्री की तुलना करने पर पता चल जाएगा कि इंकैब की जो परिसंपत्तियां 2000 से 2021 के बीच चोरी हुई हैं, उनका वास्तविक मूल्य क्या है? इस अवधि में इंकैब की परिसंपत्तियों की सुरक्षा का दायित्व इसके ऑरिजिनल प्रोमोटर और बाद में इसका प्रभार संभालने वाले रमेश घमंडीराम गोवानी के ऊपर था. विधायक ने कहा कि चोरी हुई परिसंपत्तियों का मूल्यांकन कर उनसे हर्जाना वसूला जाना चाहिए, ताकि पुनरूद्धार की परिस्थिति में केबुल कंपनी के श्रमिकों के हितों का संरक्षण हो सके. सरयू राय ने केबुल कंपनी की परिसंपत्तियों की चोरी मामले की सीआईडी की वित्तीय ईकाई से जांच कराने की मांग की. [wpse_comments_template]
विधायक सरयू ने मुख्य सचिव को लिखा पत्र, कहा- केबुल कंपनी के वर्तमान प्रभार व देखभाल करने वाले से सरकार वसूले जुर्माना

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