Simdega: राज्य में मनरेगा योजना में गड़बड़ी के मामले अक्सर सामने आते हैं. ऐसा ही ताजा मामला सिमडेगा जिले से आया है. वहां बगैर काम के मनरेगा कूप के 3.04 लाख रुपये की निकासी कर ली गयी है. कागज में दिखाया गया है कि कुएं का निर्माण दो साल पहले ही कर दिया गया है. झारखंड नरेगा वॉच ने सिमडेगा उप विकास आयुक्त से इसकी शिकायत की है. शिकायत में मनरेगा की धारा 29 (क से छ) के तहत कानूनी प्रावधानों के आधार गबन करनेवाले अधिकारियों और कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की गई है.
क्या है मामला
जिले के जलडेगा ब्लॉक की पतियम्बा पंचायत के पतियम्बा गांव में मनरेगा योजना के तहत गड़बड़ी की गई. यहां कूप निर्माण की राशि अवैध तरीके से तीन लाख से अधिक निकासी कर ली गई. पतियम्बा में वित्तीय वर्ष 2017-18 में सरस्वती देवी (पति-जगदीश साहू) के नाम से एक सिंचाई कूप निर्माण की स्वीकृति दी गई थी. इसकी प्राक्कलित राशि 3.04 लाख रुपये थी. वर्क कोड 3404006010/आईएफ/708090124778 है.
एमआईएस (management information system) में दर्ज सूचनाओं के अनुसार योजना में 18 फरवरी से 26 मई 2019 तक काम कराकर कुल 155520 रुपये की मजदूरी का भुगतान दिखाया गया है. सिर्फ इतना ही नहीं, इसमें 89401 रूपये की सामग्री का भुगतान भी दिखा दिया गया है. दर्ज सूचना के अनुसार योजना पूर्ण है.
कैसे हुआ मामला उजागर
झारखंड नरेगा वॉच के स्थानीय कार्यकर्ताओं द्वारा योजना स्थल का भ्रमण किया गया. इसमें पाया गया कि उक्त योजना की खुदाई मात्र 20 फीट की गई है और वह भी गैस पाइप लाइन का कार्य कर रहे जेसीबी से किया गया है. योजना स्थल पर किसी तरह की सामग्री भी मौजूद नहीं है.