Ranchi: कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन जैसी विकट परिस्थिति में ग्रामीण क्षेत्रों के मजदूरों के लिए मनरेगा एक बड़ा सहारा है. लेकिन केंद्र और राज्य सरकार के रवैये के कारण झारखंड के मनरेगा मजदूरों की मजदूरी का भुगतान दो महीने से नहीं हुआ है. जिसके कारण 12 लाख 48 हजार मजदूर कोरोना काल में प्रभावित हुए हैं. उनके समक्ष आजीविका चलाने की संकट उत्पन्न हो गई है.
मनरेगा योजना हो रही प्रभावित
मनरेगा मजदूरी भुगतान नहीं होने के कारण योजना राज्य में प्रभावित हो रही है. मजदूरी मद में ही 350 करोड़ से अधिक बकाया हो गया है. मनरेगा एक्ट के तहत मनरेगा योजनाओं में काम करने वाले मजदूरों को प्रत्येक सप्ताह मजदूरी का भुगतान करना है. लेकिन राज्य में मजदूरों को कहीं एक माह तो कहीं दो माह से मजदूरी का भुगतान नहीं हो पाया है. इससे मजदूरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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