Chandil : ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र के तिरुलडीह पंचायत अंतर्गत लावा गांव के टोला बांधडीह में अवैध रूप से मनरेगा योजना का काम दिखा कर सरकारी पैसा का बंदरबाट करने का मामला प्रकाश में आया है. इस संबंध में जानकारी देते हुए समाजसेवी राजेन सिंह मुंडा ने कहा कि लावा का बांधडीह में लखन गोप व कमलेश गोप की जमीन ही नहीं है. उसकी जमीन में मनरेगा के तहत मेड़बंदी का कार्य दिखा कर सरकारी पैसे का दुरुपयोग रोजगार सेवक द्वारा किया गया है. इसकी जांच कर प्रशासन कार्रवाई करे. इसे भी पढ़ें : किरीबुरु">https://lagatar.in/kiriburu-naxalites-24-hour-bharat-bandh-will-start-from-12-oclock-tonight-police-high-alert/">किरीबुरु
: नक्सलियों का 24 घंटे का भारत बंद आज रात 12 बजे से होगा शुरू, पुलिस हाईअलर्ट वही इस संबंध में अरविंद दत्त व दिगंबर सिंह मुंडा ने संयुक्त रूप से कहा कि पंचायत के मुखिया व रोजगार सेवक की मिलीभगत से मनरेगा योजना में अवैध रूप से पैसा निकासी की गई है, इसमें लखन गोप का 18 हजार 900 व कमलेश गोप का 20 हजार 600 रुपए मनरेगा उठाया गया है. जिसकी जमीन नहीं है उसकी जमीन पर मेड़बंदी का कार्य दिखाकर सरकारी पैसों का बंदरबांट किया गया है. मेड़बंदी के कार्य में जिन मनरेगा मजदूरों के नाम से पैसा उठाया गया है वे सभी मजदूर अन्य राज्य बनारस में मजदूरी करने गया है. उन्होंने जिला उपायुक्त से मांग करते हुए कहा कि इसकी जांच कर मिलीभगत करने वालों पर कार्रवाई करें. [wpse_comments_template]
चांडिल में मनरेगा घोटाला : जिसकी जमीन नहीं उसकी जमीन पर मेड़बंदी दिखा पैसों का बंदरबांट

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