Hazaribagh: जिले के सदर प्रखंड में केरोसिन तेल विस्फोट मामले में अब तक 5 लोगों की जान चली गई है. जबकि दर्जन भर से अधिक लोग केरोसिन ब्लास्ट में घायल हुए हैं. लगातार हो रही केरोसिन धमाके की घटना पर प्रशासन के ऊपर भी सवालिया निशान लगते रहे हैं. इस मामले में पहल करते हुए उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद के निर्देश पर एक पहल की गई है. जिसमें केरोसिन तेल दुर्घटना मामले पर कार्रवाई करते हुए ऑयल कंपनी के द्वारा एक मोबाइल लैब वैन उपलब्ध कराया गया है. जिला समाहरणालय परिसर में अवस्थित अस्थायी मोबाइल लैब में जिला स्तर पर प्रशासन द्वारा एकत्रित संदिग्ध केरोसिन तेल की त्वरित जांच कर रिपोर्ट उपलब्ध कराई जा सकेगी. जिससे यह पता चल पाएगा कि तेल उपयोग के लायक है या नहीं.
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![केरोसिन तेल की त्वरित जांच के लिए उपलब्ध कराया गया मोबाइल लैब वैन](https://i0.wp.com/lagatar.in/wp-content/uploads/2021/03/2222222222222222222222222222.jpg?resize=600%2C400&ssl=1)
मोबाइल लैब वैन कराया गया उपलब्ध
ऑयल कंपनी के द्वारा उपलब्ध कराये गये इस मोबाइल लैब से रिपोर्ट जल्दी आएगी. पहले तेल की जांच के लिए सैंपल खूंटी भेजा जाता था. जिसमें समय ज्यादा लगता था. मौके पर उपस्थित जिला आपूर्ति पदाधिकारी अरविन्द कुमार ने बताया कि, जिला प्रशासन गंभीरता पूर्वक सभी संदिग्ध तेल को एकत्रित कर उसके निष्पादन पर पूरी तत्परता से लगा हुआ है. मोबाइल वैन लग जाने से एकत्रित तेल के सैंपल की त्वरित जांच हो पाएगी. सभी एकत्रित केरोसिन तेल के सैंपल का ज्वलनशीलता (फ्लैशप्वाइंट) की जांच की जाएगी. उन्होंने बताया कि 35 डिग्री सेल्सियस फ्लैसप्वाइंट केरोसिन के लिए आदर्श है इससे कम ज्वलनशीलता पाए जाने पर यह उच्च ज्वलनशीलता का परिचायक है. मौके पर ऑयल कंपनी के उप महाप्रबंधक कौशिक चटर्जी भी मौजूद थे.
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