LagatarDesk : प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच व्हाइट हाउस में द्विपक्षीय बैठक हुई. इसके बाद दोनों एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान दोनों नेता कई सवालों पर अपने-अपने विचार रखते नजर आये. अमेरिका में पीएम मोदी ने अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि अमेरिका को यह स्पष्ट किया कि भारत केवल उन अवैध प्रवासियों को वापस लेगा, जो भारतीय नागरिक हैं. उन्होंने कहा कि अवैध प्रवासियों को वापस ले जाने से यह समस्या समाप्त नहीं होगी. हमें ह्यूमन ट्रैफिकिंग के संपूर्ण इकोसिस्टम को जड़ से समाप्त करना होगा.
भारत की नहीं, वैश्विक स्तर की समस्या है ह्यूमन ट्रैफिकिंग
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी ने कहा कि मानव तस्कर गरीबों को सुनहरे सपने दिखाकर गुमराह करने का काम करते हैं. उन्होंने इसे गरीबों के लिए एक बड़ा खतरा बताया. कहा कि यह समस्या केवल भारत की नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर है. हमें यह मानना होगा कि गैर-कानूनी तरीके से दूसरे देशों में रहने वाले लोगों को वहां रहने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है. उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप के साथ मिलकर ह्यूमन ट्रैफिकिंग के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ने की बात की,
अवैध अप्रवासी अगर भारतीय नागरिक होंगे, तो हम उन्हें वापस लेंगे
अवैध आव्रजन के मुद्दे पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि जहां तक अवैध अप्रवास का मुद्दा है, इस पर भी बैठक के दौरान चर्चा हुई. चर्चा के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने अपना रुख बहुत स्पष्ट कर दिया है कि अगर किसी भी देश में अवैध अप्रवासी भारतीय नागरिक साबित होते हैं, तो हम उन्हें वापस ले लेंगे. हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अवैध अप्रवासियों की वापसी कहानी का अंत नहीं है. इस रैकेट पर एक पारिस्थितिकी तंत्र पनपता है. इस बारे में कुछ करना दोनों देशों की जिम्मेदारी है. उन्होंने इन रैकेट के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका से सहयोग मांगा.
#WATCH वाशिंगटन, डीसी: अवैध आव्रजन के मुद्दे पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, "…जहां तक अवैध अप्रवास का मुद्दा है, इस पर चर्चा के दौरान चर्चा हुई। चर्चा के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने अपना रुख बहुत स्पष्ट कर दिया है कि अगर किसी भी देश में अवैध अप्रवासी… pic.twitter.com/ATJ2Nf9WCM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 14, 2025
द्विपक्षीय बैठक में मिशन-500 की शुरुआत
व्हाइट हाउस में हुई द्विपक्षीय बैठक पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि पीएम ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निमंत्रण पर संयुक्त राज्य अमेरिका की एक बहुत ही सार्थक यात्रा पूरी की है. राष्ट्रपति ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेने के बाद प्रधानमंत्री की यह पहली संयुक्त राज्य अमेरिका यात्रा है. यह यात्रा इस बात का संकेत है कि दोनों नेता भारत-अमेरिका संबंधों को कितनी प्राथमिकता देते हैं. विदेश सचिव ने कहा कि द्विपक्षीय बैठक में व्यापार और निवेश के क्षेत्र में दोनों नेताओं ने मिशन-500 की शुरुआत की, जिसका लक्ष्य 2030 तक कुल द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना से अधिक करके 500 बिलियन डॉलर करना है.
रणनीतिक व सुरक्षा सहयोग, रक्षा व्यापार व आर्थिक जुड़ाव समेत कई मुद्दों पर मोदी-ट्रंप ने की चर्चा
विक्रम मिस्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने यूएसए की राष्ट्रीय खुफिया विभाग की नई नियुक्त निदेशक तुलसी गबार्ड से मुलाकात की. मोदी एलन मस्क और विवेक रामास्वामी से भी मिले. व्हाइट हाउस में चार घंटे तक कई विषयों पर चर्चा चली. रणनीतिक व सुरक्षा सहयोग, रक्षा व्यापार व आर्थिक जुड़ाव, प्रौद्योगिकी, ऊर्जा सुरक्षा और लोगों के बीच संपर्क से लेकर क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों तक संबंधों के पूरे दायरे पर चर्चा की गयी.
#WATCH | वाशिंगटन, डीसी: प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच द्विपक्षीय बैठक पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, "…व्यापार और निवेश के क्षेत्र में दोनों नेताओं ने मिशन-500 की शुरुआत की, जिसका लक्ष्य 2030 तक कुल द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना से अधिक करके 500 बिलियन डॉलर… pic.twitter.com/EwzV5Wusb1
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