NewDelhi /Ranchi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कोरोना संकट को लेकर बात की. लेकिन फोन पर हुई बातचीत के कुछ घंटों के अंदर ही हेमंत सोरेन ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने उनकी बात सुनी ही नहीं. सोरेन ने पीएम की बातचीत को लंबा भाषण करार दिया.
प्रधानमंत्री ने सिर्फ अपने मन की बात की
बता दें कि सीएम सोरेन ने रात में ट्वीट किया, आदरणीय प्रधानमंत्री ने फोन किया. उन्होंने सिर्फ अपने मन की बात की. बेहतर होता कि अगर वह काम की बात करते और काम की बात सुनते. Indian Express ने सीएम के करीबी सूत्रों के हवाले से कहा है कि झारखंड सीएम का गुस्सा महसूस किया जा सकता था. जानकारी के अनुसार पीएम मोदी ने सीएम से राज्य की स्थिति, संसाधनों और क्या जरूरत है, इस पर कुछ भी नहीं पूछा, जबकि असल में झारखंड जरूरी दवाइयां पाने के लिए संघर्ष कर रहा है. वह बस बोलते ही रहे.
भाजपा नेता हिमंत बिस्वा सरमा ने इसे अपमानजनक करार दिया
जान लें कि हेमंत सोरेन अपने ट्वीट के कराण भाजपा नेताओं के निशाने पर आ गये. असम के भाजपा नेता हिमंत बिस्वा सरमा ने इसे अपमानजनक करार दिया है. कहा कि इसने सीएम कार्यालय पर कलंक लगाया और राज्य के लोगों की बेइज्जती की.
बता दें कि हेमंत सोरेन मोदी सरकार के काम करने के तौर-तरीकों और रणनीतियों को लेकर उनकी आलोचना करते रहे हैं. कोरोना संकट के दौरान प्रवासी मजदूरों के पलायन का मुद्दा भी इनमें एक है. आरोप लगाया गया है कि केंद्र सरकार की घोषणाओं में झारखंड की अनदेखी की जा रही है.
बता दें कि केंद्र ने तीन मई, 2021 को देश भर के 581 जन स्वास्थ्य केंद्रों पर एडिश्नल प्रेशर स्विंग एडसॉर्पशन मेडिकल ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट्स लगाने का फैसला लिया था, ताकि आसानी से जगह-जगह ऑक्सीजन मिल सके. झारखंड इस लिस्ट में शामिल नहीं था.
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