NewDelhi : पत्रकार राणा अय्यूब को मनी लांड्रिंग मामले में सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है. सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को गाजियाबाद कोर्ट द्वारा राणा अय्यूब को जारी समन को चुनौती देने वाली याचिका को खारिज कर दिया. राणा अय्यूब की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में 31 जनवरी को सुनवाई हुई थी. लेकिन कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. आज कोर्ट ने राणा अय्यूब की याचिका पर फैसला सुनाया और याचिका को खारिज कर दिया. (पढ़ें, लोहरदगा के छात्र की जगह बिहार के स्टूडेंट का एडमिशन का मामला : HC ने रिम्स से मांगा जवाब)
Supreme Court dismisses the plea of journalist Rana Ayyub challenging the summons issued to her by a special PMLA court in Ghaziabad in a money laundering case lodged against her by the Enforcement Directorate (ED). pic.twitter.com/BhGeKp1fO4
— ANI (@ANI) February 7, 2023
गाजियाबाद कोर्ट ने रााणा अय्यूब को भेजा था समन
याचिका खारिज होने के बाद रााणा अय्यूब को विशेष अदालत के सामने पेश होना होगा. गाजियाबाद की विशेष अदालत ने पत्रकार को समन भेजकर 27 जनवरी को पेश होने को कहा था. राणा अय्यूब ने गाजियाबाद कोर्ट के समन को चुनौती देने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. कोर्ट ने पहले समन पर स्टे दे दिया था. लेकिन अब कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी है.
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ईडी ने राणा अय्यूब पर आम जनता से अवैध रूप से धन इकट्ठा करने का लगाया है आरोप
अय्यूब ने अपनी लिखित अर्जी में न्यायाधिकार की कमी का हवाला देते हुए गाजियाबाद में ईडी द्वारा शुरू की गयी कार्यवाही को रद्द करने का अनुरोध किया था. क्योंकि कथित मनी लांड्रिंग मामला मुंबई का था. पिछले साल 29 नवंबर को गाजियाबाद में विशेष पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनयिम) अदालत ने ईडी द्वारा दायर आरोपपत्र पर संज्ञान लिया था और अय्यूब को समन जारी 27 जनवरी को पेश होने को कहा था. पिछले साल 12 अक्टूबर को ईडी ने अय्यूब के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था. ईडी का आरोप था कि राणा अय्यूब ने कथित रूप से एक ऑनलाइन क्राउड-फंडिंग प्लेटफॉर्म, ‘केटो’ के जरिए अभियान चलाकर चैरिटी के नाम पर आम जनता से अवैध रूप से धन इकट्ठा किया. ईडी ने दान के नाम पर मिली 2.69 करोड़ की रकम का निजी संपत्ति बनाने में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर जुटायी गयी धनराशि राणा अय्यूब के पिता और बहन के खाते में ट्रांसफर की गयी थी. अय्यूब ने अपने लिए 50 लाख की एफडी भी बनवायी थी. जबकि चैरिटी के लिए लगभग 29 लाख रुपये का इस्तेमाल किया था.
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