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टाइगर रिजर्व में करीब 200 जंगली हाथियों का बसेरा है
जानकारी के मुताबिक टाइगर रिजर्व में करीब 200 जंगली हाथियों का बसेरा है. टाइगर रिजर्व में छत्तीसगढ़ के हाथियों का भी आना- जाना है. वहीं कई बार हाथी पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके से निकल कर गांव पहुंच जाते है. गांव में घरों और फसलों को बर्बाद करते है. जिससे गांव के किसानों को रात जगा करना पड़ता है. पलामू टाइगर रिजर्व प्रबंधन के द्वारा अगर इस योजना को पूरा कर लिया जाता है तो हाथियों पर नजर रखना आसान होगा. साथ ही हाथियों को आबादी वाले इलाके में जाने से रोकने में वन विभाग के कर्मी सक्षम हो सकेंगे. इसे भी पढ़ें - गोरखनाथ">https://lagatar.in/nias-entry-in-gorakhnath-temple-attack-case-nia-will-interrogate-murtaza-abbasi/">गोरखनाथमंदिर हमला मामले में NIA की इंट्री, मुर्तजा अब्बासी से एनआईए करेगी पूछताछ
वन कर्मियों को प्रशिक्षण देने का काम पूरा कर लिया गया है
पीटीआर क्षेत्र निदेशक कुमार आशुतोष ने लगातार न्यूज को बताया कि पीटीआर में रेडियो-कॉलिंग भले ही नई बात हो लेकिन झारखंड के लिए यह नया नहीं है. कुमार आशुतोष ने कहा कि ग्रामीणों से हाथियों द्वारा मचाया गया उत्पात की खबरे मिलती रहती है. जिसके लिए झारखंड सरकार को मुआवजा देना पड़ता है. रेडियो-कॉलिंग सिस्टम आ जाने के बाद हाथियों के झुंड पर नजर रखा जा सकेगा. इस संबंध में प्रस्ताव बनाकार जल्द ही विभाग में भेजा जायेगा. वर्तमान में रेडियो-कॉलिंग सिस्टम को लेकर वन कर्मियों को प्रशिक्षण देने का काम पूरा कर लिया गया है. इसे भी पढ़ें - पाकिस्तान">https://lagatar.in/pakistan-uproar-before-voting-in-national-assembly-debate-between-speaker-and-shahbaz-sharif-parliament-adjourned-till-one-oclock/">पाकिस्तान: नेशनल असेंबली में वोटिंग से पहले हंगामा, स्पीकर और शाहबाज शरीफ के बीच बहस, संसद एक बजे तक के लिए स्थगित [wpse_comments_template]

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