Ranchi : मोहर्रम को लेकर रांची जिला प्रशासन ने केंद्रीय शांति समिति के सदस्यों के साथ बैठक की है. रांची समाहरणालय में गुरुवार को डीसी राहुल कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में हुई बैठक में अलग- अलग शांति समिति के सदस्य उपस्थित थे. बैठक में सौहार्दपूर्ण वातावरण में त्योहार मनाने की बात कही गयी. शांति समिति के सदस्यों ने बारी-बारी से त्योहार के मद्देनजर बेहतर व्यवस्था को लेकर अपनी बातें रखी. साफ- सफाई, सुरक्षा और दूसरे पंथ के लोगों की भावनाओं का ख्याल रखते हुए सभी ने सांप्रदायिक सौहार्द के साथ त्योहार मनाने की बात कही. इस बार समिति द्वारा गाइडलाइंस भी जारी की गयी है. कहा गया कि मोहर्रम का जुलूस मेन रोड में नहीं निकलेगा. विभिन्न अखाडे़ अपने-अपने क्षेत्र में ही प्रदर्शन करेंगे. पुलिस प्रशासन का पूरी तरह से सहयोग किया जायेगा. इस दौरान एसएसपी किशोर कौशल, सदर डीएसपी दीपक दुबे, सिटी एसपी समेत कई अधिकारी मौजूद थे.
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आपके निर्णय से सहूलियत – डीसी
बैठक को संबोधित करते हुए डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि अखाड़ों द्वारा अपने- अपने क्षेत्र में ही जुलूस निकाले जाने के निर्णय से प्रशासन को सहूलियत हुई है. जो फैसला लिया गया है, उसे शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में शत-प्रतिशत लागू करने का प्रयास करें, जुलूस के डिविएशन की संभावना बनती है तो इसके लिए प्लान बी भी तैयार रखें. त्योहार के दौरान तुरंत कानून को हाथ में लेने की गलती ना करें. ऐसी स्थिति में सबसे पहले जानकारी अपने खलीफा को दें. अगर मामला नहीं सुलझता है तो थाना प्रभारी, अंचल अधिकारी और फिर बड़े अधिकारियों को जानकारी दें. उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी बातें ही बड़ी बन जाती हैं, प्रयास करें कि मामले को तुरंत सुलझा लिया जाये.
जो फैसला लिया गया वो काबिले तारीफ- एसएसपी
बैठक को संबोधित करते हुए एसएसपी किशोर कौशल ने कहा कि विभिन्न अखाड़ों द्वारा मेन रोड में जुलूस न निकालकर अपने-अपने क्षेत्र में निकाले जाने का जो निर्णय लिया गया है, वो काबिले तारीफ है, अगर हम इसका अनुपालन सही तरीके से कर पाते हैं तो यह बहुत बड़ी उपलब्धि होगी. बड़ा दिल दिखाने के लिए सभी कमेटी साधुवाद के पात्र हैं. जुलूस को लेकर जो भी तय किया गया है, उसे लेकर हम सहज न हो जायें. अखाड़ों को किन क्षेत्रों में रहना है, किसे कहां तक मूवमेंट करना है, इससे संबंधित स्पष्ट संदेश सभी तक जाना चाहिए. स्थानीय समितियां और स्थानीय थानों के साथ बैठक में स्पष्ट होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जुलूस समय पर निकले और समय पर वापस आ जाये, इसका ध्यान रखें. शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न अखाड़ों को कहां तक मूवमेंट करना है, यह जानकारी स्पष्ट होनी चाहिए.
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