MumbaI : उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर मिली विस्फोटक लदी कार और मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में पुलिस अधिकारी सचिन वाझे की गिरफ्तारी को लेकर शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्षों की मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ बैठक हुई.
बता दें कि इस प्रकरण में किरकिरी होने के बाद महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार में मतभेद की अटकलें लगाई जा रही हैं. खबर है कि बैठक में इस समस्या से निजात पाने के लिए मंथन किया गया. बैठक के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने इसे समय-समय पर होने वाली समीक्षा बैठक करार देते हुए मतभेद की बात खारिज की. कहा कि सरकार में सब ठीक-ठाक है.
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बिना सबूत किसी पर कार्रवाई नहीं की जायेगी
साथ ही उन्होंने साफ किया कि मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह सहित अन्य किसी के खिलाफ तब तक कोई कार्रवाई नहीं की जायेगी, जब तक कोई सबूत नहीं मिल जाता. बता दें कि इस मामले में महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर भी ऊंगली उठ रही है. भाजपा उनके इस्तीफे की मांग कर रही है.
अजित पवार ने कहा, मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि हम इसमें शामिल सभी लोगों की जांच करेंगे और इसे गठबंधन की सभी पार्टियों ने स्वीकार किया है. इसमें कोई समस्या नहीं है. हम सब साथ काम कर रहे हैं. हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है. हम पूरे महाराष्ट्र को यह बताना चाहते हैं.
दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन देते हुए पवार ने कहा, यह महाविकास अघाड़ी की सरकार है. हम किसी को नहीं बचायेंगे. यदि कोई किसी पार्टी से भी जुड़ा है तो एटीएस उसकी जांच करेगी.
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परमबीर सिंह पर कार्रर्वाई नहीं
अजित पवार ने कहा कि मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह पर अभी कोई कार्रवाई नहीं की जायेगी. मुख्यमंत्री ने विधानसभा में कह दिया है कि यदि कोई भी कुछ गलत करता है और सबूत है तो सरकार तुरंत कार्रवाई करती है. लेकिन जब तक सबूत नहीं है तब तक कोई कार्रवाई नहीं की जायेगी. सरकार किसी का बचाव नहीं करेगी