Chatra: टीपीसी के सेकेंड सुप्रीमो 15 लाख के इनामी मुकेश गंझू ने चतरा पुलिस पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया है. चतरा एसपी ऋषभ कुमार झा की पहल पर आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर मुकेश गंझू ने सरेंडर कर दिया है. एसपी ऋषभ झा शुक्रवार को मुकेश गंझु को मीडिया के समक्ष पेश करेंगे.
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एनआईए के रडार पर था मुकेश गंझू
टेरर फंडिंग के मामले में एनआईए के रडार पर भी मुकेश गंझू है. लंबे समय से एनआईए मुकेश गंझू की तलाश में लगी हुई है. मुकेश के खिलाफ झारखंड, बिहार, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में दर्जनों मामले दर्ज हैं. जिसमें हत्या, दुष्कर्म, अपहरण, पुलिस के साथ मुठभेड़ जैसे संगीन अपराध शामिल है. पहले वह भाकपा माओवादी में था. 2004 में भाकपा माओवादी से विघटित होकर टीपीसी का गठन किया गया था. टीएसपीसी के गठन में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका मुकेश एवं ब्रजेश गंझू की थी.
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मुकेश गंझू समेत चार हार्डकोर उग्रवादियों का फोटो जारी किया गया था
टीपीसी सुप्रीमो ब्रजेश गंझू समेत चार टीपीसी उग्रवादियों के ख़िलाफ इनाम घोषित किया गया है. चतरा पुलिस ने बीते आठ जनवरी को उग्रवादियों के फोटो भी जारी किये गये थे. इन उग्रवादियों के बारे में जानकारी देने वाले लोगों को चतरा पुलिस के द्वारा पुरस्कृत किया जायेगा. टीपीसी के जिन उग्रवादियों का फोटो जारी किया गया है. उसमे 25 लाख का इनामी टीपीसी सुप्रीमो बृजेश गंझू, 15 लाख इनामी आक्रमण गंझू, 15 लाख इनामी मुकेश गंझू और 10 लाख इनामी भीखन गंझू शामिल था.
टीपीसी उग्रवादी संगठन को खत्म करने में जुटी पुलिस
झारखंड पुलिस और चतरा पुलिस के द्वारा टीपीसी उग्रवादी संगठन के खिलाफ लगातार अभियान जारी है. आने वाले समय में इस संगठन को पूर्ण रूप से समाप्त करने के लिए झारखंड पुलिस और चतरा पुलिस जुटी हुई है. चतरा एसपी ऋषभ कुमार झा ने टीपीसी उग्रवादियों से अपील करते हुए कहा है कि जो उग्रवादी हिंसा का रास्ता छोड़ आत्मसमर्पण नीति के संपूर्ण लाभ उठाना चाहते हैं, उनका मुख्यधारा में स्वागत होगा.
जो ऐसा नहीं करेंगे उनके खिलाफ लगातार अभियान चलाया जायेगा. चतरा पुलिस डीपीसी के हार्डकोर उग्रवादियों की गिरफ्तारी कराने वाले को पुरस्कृत करेगी. सूचना देने वाले का नाम और पता गोपनीय रखते हुए उसे गुप्त रूप से इनामी राशि से पुरस्कृत किया जाएगा.
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