चुनाव : मेघालय और नागालैंड में कुल 118 सीटों पर सुबह 7 बजे से मतदान जारी
बिहार की राजनीति में जातीय समीकरण महत्वपूर्ण है
बिहार में एनडीए के साथ फिलहाल एलजेपी की दोनों गुट ही साथ है. वहीं महागठबंधन में कांग्रेस, जेडीयू आरजेडी, हम और तीनों वाम दल समेत सात पार्टियां है. बिहार की राजनीति में जातीय समीकरण महत्वपूर्ण है वहां सातों पार्टियों के कोर वोट का जोड़ 70 प्रतिशत से ज्यादा है. ऐसे में बीजेपी भी लगातार अपना कुनबा बढ़ाने की कोशिश कर रही है. नीतीश कुमार के अलग होते ही बीजेपी ने चिराग पासवान को अपने साथ ले लिया है. वहीं दूसरी तरह उपेंद्र कुशवाहा भले ही अलग पार्टी का ऐलान किया है. लेकिन वो बीजेपी की भाषा बोल रहे हैं. अब मुकेश सहनी को भी दिल्ली बुलाया गया है. चिराग, कुशवाहा और सहनी अगर बीजेपी के साथ आते हैं तो बीजेपी के पास करीब 15 प्रतिशत वोट का एक बड़ा पैकेट जुड़ेगा.नीतीश तेजस्वी ने उन्हें भाव तक नहीं दिया
वहीं मुकेश सहनी को बीजेपी से अलग होकर कोई खास फायदा नहीं हुआ है. महागठबंधन को बिना मांगे समर्थन देने के बाद भी मुकेश सहनी को कोई फायदा नहीं हुआ. नीतीश तेजस्वी ने उन्हें भाव तक नहीं दिया. सहनी की अब सारी उम्मीदें बीजेपी से लगी है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मुकेश सहनी 27 फरवरी को दिल्ली से बिहार वापस आयेंगे. उसी दिन वो कोई बड़ा ऐलान कर सकते है. संभावना जतायी जा रही है कि वह एनडीए वापसी को लेकर बड़ा ऐलान कर सकते हैं. वहीं मुकेश सहनी की पार्टी VIP के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति कुछ भी कहने से परहेज कर रहे हैं. इसे भी पढ़ें - ‘शुभम">https://lagatar.in/shubham-sandesh-investigation-hemp-tobacco-kept-in-belt-buckle-ten-times-the-price-is-recovered-inside-the-jail/">‘शुभमसंदेश’ पड़ताल : बेल्ट के बकलस में रहता है गांजा-तंबाकू, जेल के अंदर वसूली जाती है दस गुना कीमत [wpse_comments_template]