बैठक में पैनल के कुछ लोगों ने कहा था कि दुनियाभर में लोकतंत्र खतरे में है. भारतीय विदेश मंत्री ने उनके इस दावे को खारिज किया. कहा कि लोकतंत्र वैश्विक स्तर पर संकट में है, इसे लेकर उनका विचार कुछ अलग है.वह ये नहीं मानते. इसके साथ ही उन्होंने भारत के लोकतंत्र पर भी बात की.Ukraine`s Minister of Foreign Affairs, Andrii Sybiha, tweets, " I thank Dr. S Jaishankar for our meaningful meeting. We are interested in developing relations with India and advancing cooperation in trade, technology, agriculture, security, and other areas. We also rely on… pic.twitter.com/sC31waAQaF
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— ANI (@ANI) February">https://twitter.com/ANI/status/1890610847367745625?ref_src=twsrc%5Etfw">February
15, 2025

म्यूनिख सिक्यॉरिटी कॉन्फ्रेंस : डॉ जयशंकर ने कहा, मैं लोकतंत्र को लेकर आशावादी...पश्चिमी देशों को आईना दिखाया

विदेश मंत्री ने पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि कुल वोटर्स में लगभग दो-तिहाई ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. NewDelhi : पश्चिमी देश लोकतांत्रिक मूल्यों का समर्थन करने में शायद विश्वास नहीं करते, खासकर पड़ोसी देशों में जो ताकतें लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखतीं, उनके प्रति पश्चिम का रवैया अक्सर दोहरा होता है. विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने यह बात म्यूनिख सिक्यॉरिटी कॉन्फ्रेंस में कही. उन्होंने पश्चिमी देशों के दोहरे चरित्र पर सवाल उठाये. उन्होंने लोकतंत्र पर पश्चिम की कथनी और करनी में अंतर को उदाहरण देकर समझाया. विदेश मंत्री ने नॉर्वे के प्रधानमंत्री जोनास गहर स्टोर, अमेरिकी सीनेटर एलिसा स्लोटकिन और वारसॉ के मेयर रफाल ट्रजास्कोवस्क के साथ लिव टू वोट अनदर डे: फोर्टिफाइंग डेमोक्रेटिक रेजिलिएंस` पर एक पैनल चर्चा के दौरान यह बात कही.