निकायों की सुस्ती के कारण योजनाओं में हो रही देर
नगर निकायों को 15वें वित्त आयोग के कंपोनेंट से संबंधित योजनाओं का चयन करते हुए उसका डीपीआर तैयार करना है. उसके बाद डीपीआर की तकनीकी स्वीकृति कराते हुए विभाग को भेजा जाना है, लेकिन इसमें हो रही देर के कारण योजनाओं के क्रियान्वयन में देर हो रही है. नगर विकास विभाग की ओर से बार-बार रिमाइंडर देने का बाद भी नगर निकाय एचटीएमएल से अनुमोदित योजनाओं के क्रियान्वयन और टेंडर करने की दिशा में तेजी से काम नहीं कर रहे हैं.किस निकाय को मिली कितनी राशि
नगर निकाय स्वीकृत राशि (लाख में) मेदिनीनगर 913.89 लोहरदगा 1076 हजारीबाग 2513,58 छतरपुर 578.94 गुमला 1416.15 चास 4657,24 आदित्यपुर 1668.95 देवघर 2721.84 रामगढ़ छावनी 1320,58 विश्रामपुर 220.82 दुमका 1344.01 चाईबासा 1228,82 बुंडू 381.09 गोड्डा 1,235.14 गिरिडीह 848.23 मिहिजाम 1631.69 सिमडेगा 1542.04 झुमरी तिलैया 806.14 चाकुलिया 507.43 लातेहार 712.64 जामताड़ा 764.05 कपाली 268.97 रामगढ़ (नप) 2087.18 बासुकीनाथ 196.04 बरहड़वा 365.01 सरायकेला 78.39 चक्रधरपुर 1459.17 कोडरमा 54.25नगर निकायों ने कितने का भेजा प्रस्ताव
नगर निकाय भेजा गया प्रस्ताव (करोड़) में
जमशेदपुर 21.43 धनबाद 60.54 गिरिडीह 26.31 देवघर 15.59 मधुपुर 7.25 साहिबगंज 6.12 बिश्रामपुर 4.93 गोड्डा 2.99 डोमचांच 1.92 गिरिडीह 13.04 चतरा 5.21 झुमरीतिलैया 3.99 मझिआंव 2.12 मेदिनीनगर 25.72 फुसरो 13.09 सिमडेगा 7.12 चतरा 6.11 चक्रधरपुर 4.16 खूंटी 2.95 रामगढ़ (नप) 10.02 मधुपुर 5.12 खूंटी 3.36 हजारीबाग 24.47 झुमरीतिलैया 12.87 राजमहल 7.7 चाईबासा 3.89 फुसरो 6.95 चास 6.29 गढ़वा 5.07 पाकुड़ 6.61 साहिबगंज 4.82 कोडरमा 2.45 इसे भी पढ़ें-जहरीली">https://lagatar.in/poisonous-liquor-death-case-nitish-attacked-the-opposition-said-this/">जहरीलीशराब से मौत मामलाः नीतीश ने विपक्ष को लिया आड़े हाथों, बोले- सिर्फ बयान ना दें, गड़बड़ी की सूचना भी दें [wpse_comments_template]
Leave a Comment