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मुसाबनी: व्हीलचेयर के अभाव में रेंग कर पानी ढोने को विवश है दिव्यांग वृद्धा पोमा मार्डी

Ghatshila: झारखंड सरकार दिव्यांगों की सहायता के लिये कई योजनाएं चला रही है. लेकिन दिव्यांगों को योजनाओं का लाभ कितना मिलता है, जानना हैं तो चले आइए मुसाबनी प्रखंड क्षेत्र के गोहला पंचायत अंतर्गत ढोला साई टोला. यहां उम्र के अंतिम पड़ाव पर पहुंची 80 वर्षीय दिव्यांग वृद्धा पोमा मार्डी को अनाज तक की सुविधा नहीं है. ऐसे में रिश्ते में चचेरे भाई द्वारा भेजे गए चावल ही जिंदा रहने का सहारा है. इसे भी पढ़ें: तस्वीर">https://lagatar.in/identify-the-characters-in-the-picture-saryu-rai-shares-raghuvars-picture-with-prem-prakash-and-chaudhary-family/">तस्वीर

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भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया इंदिरा आवास

पोमा मार्डी को झारखंड सरकार की ओर से इंदिरा आवास तो मिला. लेकिन वह भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया. उद्घाटन के साथ दीवारों में दरार पड़ गई. भय से वह टालीनुमा घर पर रहकर जिंदगी काट रही है. बिजली मीटर शोभा की वस्तु बनकर रह गया है. घर में रोशनी के नाम पर एक बल्ब तक नहीं है.

पेंशन के अलावा अन्य कोई सुविधा नहीं

पोमा मार्डी व्हीलचेयर के अभाव सिर पर पानी से भरा बर्तन लेकर रेंगते हुए पानी लाती हैं. इस बाबत नवनिर्वाचित मुखिया पर्वत हांसदा ने कहा कि इस दिव्यांग महिला को पेंशन के अलावा अन्य कोई सुविधा नहीं मिलती है. उन्होंने झारखंड सरकार से मुफ्त अनाज, व्हील चेयर समेत अन्य सुविधाएं देने की मांग की है. ताकि पोमा मार्डी का सम्‍मानजनक तरीके से गुजारा हो सके. इसे भी पढ़ें: आदित्यपुर:">https://lagatar.in/adityapur-the-visor-of-rit-police-station-building-collapsed-policemen-narrowly-left/">आदित्यपुर:

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