Ranchi : राज्य में हिंसा के बाद लगातार राजनीति गर्म है. जेएमएम-बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का खेल चल रहा है. इसी बीच रविवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कई मुस्लिम संगठनों ने मुलाकात की. मुलाकात करने वाले में जमीयत उलेमा, अंजुमन इस्लामियां, इमारत -ए -शरिया और एदार -ए -शरिया के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल शामिल थे. मुख्यमंत्री से प्रतिनिधिमंडल ने कहा है कि 10 जून को रांची में हुई हिंसा में जो भी दोषी पाए जाएं, उनके खिलाफ कार्रवाई हो. प्रतिनिधिमंडल ने कहा, रांची समेत पूरे राज्य में अमन- चैन, शांति, सद्भाव, आपसी प्रेमभाव और भाईचारा बना रहे, इसके लिए वे सरकार के साथ हर कदम पर खड़े हैं.
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मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने 10 जून को राजधानी रांची में हुई हिंसा और इससे जुड़े तथ्यों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया. सभी ने कहा, यहां सभी वर्ग और तबके के लोग हमेशा से ही आपसी प्रेमभाव और भाईचारगी के साथ रहते आए हैं और इसमें किसी को खलल डालने नहीं दिया जाएगा. उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि रांची में हुई हिंसा में जो भी दोषी पाए जाएं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए और मारे गए लोगों के परिजनों के साथ न्याय होना चाहिए.
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प्रतिनिधिमंडल में जमीयत- उलेमा के मुफ़्ती शहाबुद्दीन कासमी, मंजर खान, मोहम्मद खालिद उमर, डॉ आसिफ अहमद और मौलाना एस रहमान, अंजुमन इस्लामियां से अबरार अहमद, डॉ असलम परवेज और एम रहमान, इमारत -ए -शरिया से मुफ़्ती अनवर कासमी, मौलाना ओबैदुल्लाह कासमी तथा एदार- ए- शरिया के मौलाना कुतुबुद्दीन रिज़वी, वरीय अधिवक्ता एम खान मुफ़्ती फैजुल्लाह मिस्बाही और श्री एस अली शामिल थे.