कानूनों की वापसी पर झामुमो नेता ने बांटी मिठाई
खाली हुए खेतों में प्याज की खेती करने की सलाह
दलहनी फसल के बीज को बोने से पहले अगर उपलब्ध हो तो राइजोबियम कल्चर से उपचारित कर लें. पहले से बोयी गयी विभिन्न फसलों में निकाई - गुड़ाई कर आवश्यकतानुसार सिंचाई एवं यूरिया भुरभुकाव करें. तापमान में कमी होने से विभिन्न सब्जियों एवं फसलों में लाही कीट के प्रकोप की संभावना बढ़ जाती है. प्रारंभिक अवस्था में इन कीटों का नियंत्रण नीम से बने कीटनाशी दवा का छिड़काव कर किया जा सकता है, परंतु कीटों की संख्या अधिक हो जाने पर कीटनाशी दवा प्रोफेनोफोस का छिड़काव (एक मिलीलीटर प्रति लीटर पानी की दर से) करें. जो किसान अगता आलू की फसल लगाये हैं, वे फसल के परिपक्वता को देखते हुए खुदाई से ऊपर के पत्ता को काटकर हटा लें, ताकि आलू सख्त एवं उसका छिलका परिपक्व हो जाये. आलू की फसल के बाद खाली हुए खेतों में प्याज की खेती करने की सलाह दी है. इसे भी पढ़ें – क्या">https://lagatar.in/will-the-bet-of-getting-farmers-support-succeed-lagatar/">क्याकिसानों का समर्थन हासिल करने का दांव कामयाब होगा ? [wpse_comments_template]
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