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| James Webb Space Telescope, the largest & most powerful space telescope ever constructed successfully lifts-off: NASA (Video Source: NASA) pic.twitter.com/7pRwEF5okY
— ANI (@ANI) December">https://twitter.com/ANI/status/1474724219892080640?ref_src=twsrc%5Etfw">December
25, 2021
2004 में शुरू हुआ था निर्माण
जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप दशकों पहले भेजे गये हबल टेलिस्कोप का उत्तराधिकारी है. इसे नासा, यूरोपियन स्पेस एजेंसी और कनाडाई स्पेस एजेंसी ने मिलकर बनाया है. इसके निर्माण की शुरुआत 2004 में हुई थी. 14 देशों के हजारों वैज्ञानिकों और इंजीनियरों ने स्पेस टेलीस्कोप के निर्माण में 40 मिलियन घंटे की मेहनत की है. इस नये टेलिस्कोप में एक गोल्डेन मिरर लगा हुआ है, जिसकी चौड़ाई करीब 21.4 फीट (6.5 मीटर) तक बढ़ायी जा सकती है है. इसे मिरर बेरिलियम से बने 18 षटकोण टुकड़ों को जोड़कर बनाया गया है. हर टुकड़े पर 48.2 ग्राम सोने की परत चढ़ी हुई है. 29 दिनों के दौरान, टेलिस्कोप अपने मिरर को पूरी तरह खोलेगा, तो यह एक टेनिस कोर्ट के आकार का हो जायेगा. नासा का दावा है कि जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप इंफ्रारेड रेंज में लाइट की पहचान करेगा. इससे खगोलविज्ञानी, अंतरिक्ष में धूल और गैस के बादलों के पार देख पायेंगे और स्पष्ट तस्वीरें हासिल कर पायेंगे.इनके नाम पर नामकरण
जेम्स वेब नासा के दूसरे निदेशक थे. वह 1961 से 1968 तक नासा के प्रशासक बने रहे. उससे पहले वह अमेरिकी विदेश विभाग में अंडर सेकेट्री के पद पर काम करते थे. नासा के तत्कालीन प्रशासक जेम्स वेब के सम्मान में निर्माणाधीन दूरबीन का नाम रखा गया था. पहले इसे नेक्स्ट जेनरेशन स्पेस टेलिस्कोप का नाम दिया गया. इसे भी पढ़ें – कृषि">https://lagatar.in/tomar-said-on-agricultural-law-has-taken-a-step-back-will-move-forward-again/">कृषिकानून पर बोले तोमर- एक कदम पीछे हटे हैं, आगे फिर बढ़ेंगे [wpse_comments_template]

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